बिल्डर मामले में दो पुलिस अफसरों पर गाज तय
पटना। बिल्डर अनिल सिंह मामले में सेंट्रल रेंज डीआइजी शालीन के निर्देश पर पुलिस ने न्यायालय से
पटना।
बिल्डर अनिल सिंह मामले में सेंट्रल रेंज डीआइजी शालीन के निर्देश पर पुलिस ने न्यायालय से अनिल के सभी बेल बाड को भी खारिज करने का अनुरोध किया है। डीआइजी ने बिल्डर अनिल सिंह के मामले को गंभीरता से लेते मंगलवार को समीक्षा भी की। जिसमें एसएसपी, सिटी एसपी मध्य, कोतवाली डीएसपी सहित कई थाना प्रभारी सहित बिल्डर से जुड़े केस की जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी भी शामिल हुए। बैठक के दौरान बिल्डर से जुड़े केस में पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताते हुए शाहजहांपुर थाना प्रभारी सतीश कुमार और कोतवाली के एक एसआइ के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है। साथ ही बेल पर होने के बाद भी लगातार धोखाधड़ी, मारपीट, जमीन पर कब्जा सहित अन्य केस और फरार होने पर बेल रद करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
13 मामले में आरोपी हैं अनिल सिंह
बिल्डर अनिल सिंह पर 13 मामले चल रहे हैं। इनमें 9 कोतवाली, 3 गाधी मैदान और 1 आलमगंज थाने में दर्ज है। समीक्षा बैठक में सामने आये इन केसों की समीक्षा करते हुए डीआइजी ने कहा कि अनिल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोई ठोस पहल नहीं की। यहां तक किसी भी केस में डायरी तक पूरी नहीं की गई और न ही ठोस साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया।
दो दारोगा पर कार्रवाई का निर्देश
बिल्डर अनिल सिंह की पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोतवाली, गांधी मैदान सहित आलमगंज थाने में धोखाधड़ी, मारपीट, एससी एसटी एक्ट, पैसा लेकर फ्लैट न देना, जमीन पर जबरन कब्जा सहित 13 से अधिक केस पहले से दर्ज हैं। लेकिन, पुलिस किसी भी मामले में बिल्डर को छू भी नहीं सकी। यहां तक की पुलिस किसी मामले में केस डायरी तक पूरा नहीं किया और न ही मामले की जांच का प्रयास किया। इसमें कोतवाली में तैनात तत्कालीन दारोगा और वर्तमान में शाहजहांपुर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने ढाई साल बाद भी बिल्डर से जुड़े केस की फाइल तक कोतवाली पुलिस को नहीं सौंपी है। डीआइजी शालिन ने सतीश कुमार और कोतवाली में तैनात एक एसआई को एक सप्ताह का वक्त दिया है। इसके बाद भी केस फाइल नहीं सौंपा तो निलंबन तय है।