एनएमसीएच में नहीं हुए दो दर्जन ऑपरेशन
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच हुई मारपीट के बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए।
पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच हुई भिड़ंत का खामियाजा दूर-दराज से आने वाले सैकड़ों गरीब मरीजों को भुगतना पड़ा। विरोध करते हुए जूनियर डॉक्टर रविवार की देर रात से ही हड़ताल पर चले गए। सोमवार की सुबह से लेकर रात तक अस्पताल बिना डॉक्टरों के ही रहा। यहां की इमरजेंसी सेवा डॉक्टरों ने ठप कर दी। सभी विभागों के ओपीडी को बंद करा दिया। अस्पताल के सभी 13 ऑपरेशन थियेटर में किसी भी मरीज का ऑपरेशन नहीं हो सका। मरीजों का पलायन सुबह से ही शुरू हो गया।
तड़पते रहे मरीज, डॉक्टरों ने नहीं दिखाई दया
गंभीर मरीज शारीरिक तकलीफ से तड़पते रहे, लेकिन उन्हें चिकित्सा सेवा देने डॉक्टर नहीं पहुंचे। सीनियर डॉक्टरों को भी मरीजों का इलाज करने से जूनियर डॉक्टरों ने रोक दिया। इमरजेंसी की एक्स-रे सेवा को भी बंद कर दिया। सोमवार को दो हजार से अधिक मरीज अस्पताल में पहुंचते हैं, लेकिन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पहुंचने वाले सभी मरीजों को लौटना पड़ा।
सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पथराव, भागे कर्मी
अस्पताल के सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर को बंद कराने पहुंचे हड़ताली जूनियर डॉक्टरों से कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों, परिजनों के बीच बहस होती रही। डॉक्टरों ने काउंटर बंद करा दिया। इलाज कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कतार में घंटों से खड़े मरीजों को लौटना पड़ा। इस दौरान हुए हंगामे के बीच रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पथराव शुरू हो गया। कर्मियों एवं परिजनों ने बताया कि पथराव जूनियर डॉक्टरों ने किया है। कर्मचारी जान बचा कर काउंटर से भाग निकले। काउंटर पर रखा कई कंप्यूटर नीचे गिर गए। कुछ देर बाद रजिस्ट्रेशन काउंटर कर्मियों ने खोला और करीब दो सौ मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो सका। फिर हंगामा शुरू होने से हालात बेकाबू हो गए। अफरातफरी मच गई।
भीड़ ने डॉक्टरों को खदेड़ा, परिसर छावनी में बदला
रविवार की रात करीब 12:30 बजे तुलसी मंडी निवासी डायरिया पीड़ित 25 वर्षीय विवेक कुमार को इलाज के लिए एनएमसीएच इमरजेंसी में लेकर आए परिजनों द्वारा ड्यूटी पर तैनात पीजी डॉक्टर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. राहुल कुमार के साथ मारपीट किए जाने की घटना सुबह होते ही तूल पकड़ गई। इमरजेंसी में इलाज ठप कराने पहुंचे डॉक्टरों को परिजनों ने खदेड़ दिया। रात से ही अस्पताल की बिगड़ रही स्थिति पर नजर रख रहे आलमगंज थानाध्यक्ष ओम प्रकाश दलबल के साथ सुबह से अस्पताल में मुस्तैद हो गए। डॉक्टरों ने एक पुलिस कर्मी पर परिजन को खिलाफ में भड़काने समेत कई आरोप लगाए। इससे आक्रोशित डॉक्टरों को समझाने और हंगामा शांत कराने के लिए डीएसपी हरि मोहन शुक्ला, थानाध्यक्ष दोपहर बाद तक प्रयास करते रहे। अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा।