Coronavirus: नरेंद्र मोदी से बिहार के दो एथलीटों ने की बात, कहा- पीएम के नेतृत्व में जीतेंगे कोरोना से जंग
कोरोना वायरस को ले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीसी में बिहार के दो दिव्यांग एथलीट शरद कुमार और प्रमोद भगत से भी बात की।
पटना, अरुण सिंह। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, विराट कोहली जैसे देश के शीर्ष खिलाडिय़ों से चर्चा की, वहीं इस संवाद में बिहार के दो दिव्यांग एथलीट शरद कुमार और प्रमोद भगत को भी शामिल होने का मौका मिला। यूक्रेन से जुड़े जर्काता पैरा एशियाड में लंबी कूद में स्वर्ण विजेता शरद और ओडिशा से अर्जुन पुरस्कार विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद ने प्रधानमंत्री के पांच मंत्रो (संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग) को गौर से सुना और अपने सुझाव भी दिए। यूक्रेन से फोन पर शरद ने दैनिक जागरण को बताया कि हम दोनों से पीएम ने लगभग दस मिनट बातचीत की। इस दौरान हमने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके नेतृत्व में कोरोना से जंग जरूर जीतेंगे।
मुजफ्फरपुर निवासी शरद ने बताया कि मैं पहले भी पीएम से मिल चुका हूं और आज मैंने कहा कि आप स्वच्छता अभियान पहले से चला रहे हैं, जिसका फायदा अब पूरे भारत के लोगों को महसूस हो रहा है। आपने समय पर लॉकडाउन किया और लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। यही कारण है कि चीन, अमेरिका, इटली, स्पेन की तुलना में भारत में इस वायरस का प्रसार बेहद कम है। आपने आर्थिक पैकेज देकर देश को पैरों पर खड़ा होने में मदद की है।
दिव्यांगों की सहायता के लिए हेल्प लाइन निमहंस चला रहे हैं। मैं चाहूंगा कि आप 30 साल की मेरे उम्र वाले लोगों के लिए ऑनलाइन लर्निंग क्लासेज की व्यवस्था करवा दें। आइएम अहमदाबाद में मेरे दोस्त तरुण जैन टेस्टिंग किट तैयार कर रहे हैं और इजराइल में प्रभात कुंडू वैक्सिंग की खोज में लगे हैं। संकट की घड़ी में उनसे भी मदद ली जा सकती है। टोक्यो ओलंपिक एक साल टलने से निराश शरद ने कहा कि एक माह के विश्राम का सदुपयोग मैं सोशल मीडिया और दूरभाष के माध्यम से कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने में कर रहा हूं।
इस संबंध में राज्य निश्शक्तता आयुक्त डॉ शिवाजी कुमार कहते हैं कि बिहार के करीब 54000 दिव्यांग खिलाड़ी लॉकडाउन का पूरी इमानदारी के साथ पालन कर रहें है तथा कोरोना से बताए गए बचाव के रास्ते पर चल रहें हैं। बिहार सरकार सभी दिव्यांग खिलाडिय़ोंं को जरूरत के मुताबिक उन्हें सहायता पंहुचा रही है।