ट्रक ड्राइवर ने किशोरी की बचाई इज्जत
ट्रक ड्राइवर ने अपनी बहादुरी से किशोरी की इज्जत बचाई
पटना (बिक्रम)। एक ट्रक ड्राइवर ने तीन मनचलों से एक किशोरी की अस्मत बचा ली और उसे बिक्रम पुलिस के हवाले कर दिया। ड्राइवर द्वारा किशोरी की इज्जत बचाने की चर्चा पूरे शहर में हो रही है। बता दें कि औरंगाबाद शिवगढ़ का अरुण कुमार ट्रक से माल लेकर पटना के लिए निकला था। इसी बीच उसने देखा कि औरंगाबाद से पटना आने के दौरान बिक्रमगंज स्टेशन के समीप एक लड़की के साथ तीन युवक छेड़खानी कर रहे हैं। उसने ट्रक रोक दिया और हो-हल्ला कर तीनों को वहां से भागने पर मजबूर कर दिया। बाद में ड्राइवर अरुण ने किशोरी से उसका पता पूछा। किशोरी ने अपने घर का पता बिक्रम बताया। ड्राइवर ने आसपास के लोगों को आश्वस्त किया कि वह बिक्रम होकर ही पटना जाएगा। रास्ते में किशोरी को उसके घर पहुंचा देगा। बिक्रम पहुंचने पर पता चला कि लड़की रोहतास जिले के बिक्रमगंज अनुमंडल की रहने वाली है। फिर अरुण बिक्रम थाने पहुंचा और पुलिस को सारी बात बताई।
पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला कि किशोरी के पिता चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं। वह अपने रिश्तेदार की शादी में बिक्रमगंज आई थी। शनिवार को वह अपने माता-पिता के साथ ट्रेन से वापस लौटने के लिए बिक्रमगंज प्लेटफॉर्म पहुंची लेकिन पानी लेने में देर हो गई और ट्रेन खुल गई।
लड़की ने बताया कि बेचैनी में वह प्लेटफॉर्म के बाहर निकली और घर जाने का रास्ता पूछने लगी। इसी दौरान एक ऑटोवाला वहां आया और उसे घर पहुंचाने की बात कहकर अपने ऑटो पर बिठा लिया। ऑटो चालक अपने साथ अन्य दो लोगों को भी बुला लिया और सुनसान में लेकर जाने लगा। सड़क के किनारे ही तीनों जबरदस्ती कर रहे थे तभी ट्रक ड्राइवर अरुण वहां पहुंचा और उसे तीनों के चंगुल से छुड़ाया।
बिक्रम थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह ने ट्रक ड्राइवर के हौसले की सराहना की और लड़की को उसके परिवार वालों को बुलाकर सुरक्षित सौंप दिया।