पटना में ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री: हत्या या आत्महत्या, खड़े हो रहे कुछ एेसे बड़े सवाल
पटना में मंगलवार की सुबह एक व्यवसायी के पत्नी औऱ बच्चों को गोली मारने के बाद खुद को गोली मारने की खबर से सनसनी फैल गयी। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।
पटना, जेएनएन। राजधानी पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के किदवईपुरी मुहल्ले से पुलिस ने मंगलवार की सुबह मकान संख्या 46 से एक ही परिवार के तीन लोगों का शव बरामद किया है। किदवईपुरी स्थित अपने आवास में पटना के प्रतिष्ठित व्यवसायी निशांत सर्राफ ने पहले अपनी पत्नी के सिर में फिर अपने दो बच्चों को गोली मार दी और फिर खुद के सिर में भी गोली मार ली।
निशांत सर्राफ, पत्नी अलका सर्राफ (35), 9 साल की बेटी अनन्या की लाश कमरे में पड़ी मिली। सभी के सिर में गोली लगी थी। वहीं निशांत के बेटे ईशांत के भी सिर में गोली लगी थी। फिलहाल, उसकी हालत गंभीर है।
व्यवसायी परिवार खुदकुशी मामले में बड़ा खुलासा
निशांत सर्राफ सुसाइड केस के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। निशांत ने पत्नी, बेटी को बायीं ओर से सिर में गोली मारी थी और खुद को दाहिनी तरफ से गोली मारी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर की हड्डी पूरी तरह से टूटी पायी गई है, ब्रेन में काफी चोटें आई हैं। ये भी पता चला है कि खाना खाने के 5 घंटे के भीतर ही इस घटना को अंजाम दिया गया।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
घटनास्थल से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें निशांत ने खुद सुसाइड की बात लिखी है। सुसाइड नोट को फोरेंसिक टीम ने जब्त कर लिया है और जांच के लिए भेज दिया है। कारोबारी के घर से टीम ने एक-एक सबूत जुटाया है जिससे घटना का खुलासा हो सके कि आखिर निशांत को सुसाइड करने की क्यों नौबत आई?
पारिवारिक विवाद भी हो सकता है कारण
पुलिस के अनुसार मामला पारिवारिक विवाद के किसी मुद्दे से जुडा़ हुआ भी हो सकता है। निशांत सर्राफ पटना के बड़े कारोबारी बताए जाते हैं। हाल में ही खेतान मार्केट में उन्होंने कपड़े की बड़ी दुकान खोली है, जिसके लॉन्चिंग कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल आई थीं।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उनका पूरा परिवार चार दिन पहले ही गर्मी की छुट्टियां मना कर वापस लौटा था। कल रात में भी सभी लोगों ने एक साथ भोजन किया। परिवार में ऐसी कोई बात नहीं जिस कारण विवाद हो।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार निशांत की खेतान मार्केट में सोने-चांदी की दुकान है। व्यवसायी ने अपनी लाइसेंसी हथियार से इस घटना को अंजाम दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
एसएसपी ने कहा-जल्द हो जाएगा मामले का पर्दाफाश
एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा है कि इस हत्याकांड को कपड़ा और सर्राफा के व्यवसाई निशांत ने अपनी और अपने परिवार की जीवन लीला खुद समाप्त की है। निशांत ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह इस घटना की पूरी जिम्मेदारी खुद ले रहा है। हालांकि पुलिस हर बिंदु पर अनुसंधान कर रही है। बहुत जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
आईजी सुनील कुमार ने बताया कि घटनास्थल से कथित तौर पर कारोबारी द्वारा लिखा एक नोट मिला। इसमें पत्नी और दो बच्चों को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मारने की बात लिखी है। हालांकि, नोट में घटना का कारण नहीं लिखा, लेकिन निशांत ने खुद को इसका जिम्मेवार बताया है।
दस साल पहले हुए थी निशांत की शादी
निशांत के साथ उसके दो भाइयों का परिवार भी रहता है। निशांत दो भाई थे। 10 साल पहले उनकी शादी हुई थी। परिवार का पटना के खेतान मार्केट में कपड़े की दुकान है और इसके साथ ही ज्वेलरी की भी बड़ी और प्रतिष्ठित दुकान है।
पूछताछ में परिजनों ने बताया कि निशांत सोमवार रात अपनी दुकान से लौटा और परिवार ने साथ डिनर किया। इसके बाद सभी अपने-अपने कमरे में चले गए। मंगलवार सुबह करीब 8 बजे जब निशांत के कमरे से कोई नहीं निकला और आवाज देने पर हलचल नहीं हुई। इसके बाद दूसरी चाबी से दरवाजा खोला गया।
परिजनों के मुताबिक, दरवाजा खोला तो देखा कि बिस्तर पर खून बिखरा है और निशांत, अल्का और बेटी अन्या का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था। वहीं, बेटा ईशांत तड़प रहा था। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए।
शुरुआत में पुलिस इसे हत्या के बाद आत्महत्या का मामला मान रही थी। लेकिन, परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि अगर निशांत ने पत्नी और बच्चों को गोली मारने के बाद खुद को गोली मारी तो घर में चार गोली चली। लेकिन, परिजनों का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी सुबह हुई। ऐसे में यह बात समझ से परे है कि दूसरे कमरों में सो रहे लोगों को गोली की आवाज तक सुनाई नहीं दी। पूछताछ में पुलिस को परिवार में जमीन के विवाद की जानकारी भी हुई है।
उठ रहे कई बड़े सवाल
- ऐसी क्या वजह रही होगी कि निशांत ने ये आत्मघाती कदम उठाया होगा
- अगर निशांत ने जीवन लीला समाप्त करने का मन बना लिया था, तो 9 साल की बेटी और 4 वर्ष के बेटे की कनपटी में गोली दागते समय क्या उनके हाथ नहीं कांपे
-इस उम्र के अबोध बच्चों से किस तरह का गुस्सा था
-दस दिन पहले पत्नी और बच्चों के साथ हंसी खुशी विदेश भ्रमण कर आये निशांत आखिर इस कदर तक कठोर कैसे हो गए
-आखिर इन दस दिनों ऐसा क्या हुआ, निशांत गुस्सैल स्वभाव के भी नहीं थे
-पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें 10 जून लिखा है। परिवार वालों ने बताया कि 12 बजे सोने गए थे। ऐसे में क्या निशांत गोली मारने से पहले ही सुसाइड नोट लिखा था। अगर गोली मारने के बाद लिखा तो तारीख 10 क्यों लिखा।
-जिस पिस्टल से व्यापारी ने गोली मारी है। उसमें 0.32 बोर का कारतूस है। इस कारतूस से लगने के बाद भेजा उड़ जाएगा लेकिन तीन लोगों को गोली लेकिन किसी की खोपड़ी नहीं खुली है। ऐसे में ये मामला काफी पेंचीदा हो गया है।
-मंगलवार को 9:35 बजे पुलिस पहुंची तो पाया कि निशांत का शव जकड़ने लगा था। मेडिकल साइंस के अनुसार, मौत के पांच घंटे से अधिक होने पर शव जकड़ने लगता है यानी घटना रात ढाई बजे से चार बजे के बीच हुई होगी।
-पुलिस कहती है कि घटना की जानकारी सुबह 9:35 बजे मिली. निशांत की भाभी ने 9:10 बजे मास्टर की से दरवाजा खोला था, तब घरवालों को वारदात का पता चला
- बगल वाले कमरे में निशांत के माता पिता सो रहे थे. क्या उन्हें गोली चलने की आवाज नहीं सुनाई दी, क्योंकि उनका कमरा साउंड प्रूफ है
-पुलिस जब पहुंची तो निशांत की बॉडी अकड़ने लगी थी, मतलब मौत 6 से 8 घंटे पहले हुई होगी
-चार साल के बच्चे की कनपटी में गोली लगने के बाद 6 से 8 घंटे तक खून बहता रहा और फिर भी वो जिंदा रहे, जबकि उससे 5 साल बड़ी बहन, 31 साल बड़ी मां और 33 साल बड़े पिता की मौत हो गई। तब तो बच्चे का जीवित रहना कुदरत का करिश्मा ही माना जायेगा।
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