पटना के वेटेनरी कॉलेज में जल्द शुरू होगा लेजर तकनीक से पशुओं का इलाज
बिहार के वेटेनरी कॉलेज में अब पशुओं का लेजर थेेरेपी से इलाज किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पटना [जेएनएन]। बिहार वेटेनरी कॉलेज में जल्द ही लेजर थेरेपी से पशुओं का इलाज शुरू किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सकों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। पहला प्रशिक्षण गुरुवार को कॉलेज के डॉक्टरों को दिया गया। जल्द ही लेजर थेरेपी यूनिट स्थापित की जाएगी। ये बातें बिहार वेटेनरी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामेश्वर सिंह ने कॉलेज में आयोजित सेमिनार में कहीं।
डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने के लिए आयोजित कार्यशाला में आए बंगलुरु वेटेनरी कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. एस. एथिराज ने कहा कि लेजर थेरेपी की उपयोगिता पशुओं के इलाज में तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जहां सर्जरी की सीमा खत्म हो जाती है, वहां पर लेजर थेरेपी का आसानी से इस्तेमाल कर पशुओं को बचाया जा सकता है। लेजर थेरेपी ट्यूमर, स्टोन एवं रेटिना के इलाज में भी काफी कारगर साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि नस की बीमारियों के इलाज में भी लेजर थेरेपी बेहद कारगर साबित हो रही है। कई बार पशुओं में होने वाला संक्रमण उनके लिए जानलेवा साबित होता है, लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं बनेगी। अब पशुओं का इलाज बेहतर तरीके से लेजर थेरेपी के माध्यम से किया जा सकता है।
अतिथियों का स्वागत करतेे हुए आयोजन समिति के सचिव डॉ. पल्लव शेखर ने कहा कि वेटेनरी कॉलेज में पशुओं को अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे सहित कई अत्याधुनिक तकनीक की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यहां पर प्रतिदिन 100 से ज्यादा पशुओं का इलाज किया जाता है।