यात्रीगण, सावधान हो जाएं..विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा रही है..
यात्रीगण सावधान हो जाएं..विमान के इंजन में खराबी आ गई है..विमान की इमरजेंसी लैंडिग कराई जाती है।
पटना
यात्रीगण सावधान हो जाएं..विमान के इंजन में खराबी आ गई है..विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर कराने की अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने के बाद इसे वापस एयरपोर्ट पर उतारने की कोशिश की जा रही है। आपलोग अपना सीट बेल्ट बांध लें..। इतना सुनते ही यात्रियों में दहशत का माहौल कायम हो गया। कई यात्री तो विमान के अंदर ही शोर मचाने भी लगे। बार-बार पायलट ही नहीं विमान के क्रू मेंबर्स की ओर से यात्रियों से धैर्य रखने का अनुरोध किया जा रहा था। इसी दहशत भरे माहौल में जब विमान का पहिया अचानक एयरपोर्ट पर जमीन से टकराई और सफलतापूर्वक रन वे पर दौड़ने लगी तो यात्रियों ने पायलटों व क्रू मेंबर्स का स्वागत ताली बजाकर किया।
एयर इंडिया के विमान संख्या ए1 410 से पक्षी टकराने के बाद पटना एयरपोर्ट पर इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान अभी पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान ही भरी थी। 3000 फीट की उंचाई से इसे वापस एयरपोर्ट के रनवे पर लाया गया। विमान के सुरक्षित लैंडिंग की खुशी पर दहशत का माहौल काफी देर तक हावी रहा था। जेद्दा जा रहे यात्री मो.सोहैल ने बताया कि उसका वीजा समाप्त होने वाला था। उसे आज रात में ही कनेक्टिंग फ्लाइट से जेद्दा जाना था। इसके कारण वह पहले से ही चिंतित था। अचानक इस तरह की घटना होने से वह काफी परेशान हो उठा था। फ्लाइट से जब पक्षी टकराई तो तेज आवाज भी हुआ था। विमान एकबारगी असंतुलित भी हुआ था परंतु पायलट ने अपने सूझबूझ से सारे 124 यात्रियों की जान बचा ली। जिस वक्त पायलट ने विमान के इंजन में तकनीकी खराबी आने और इमरजेंसी लैंडिंग की घोषणा की थी उस वक्त विमान में मातम का माहौल हो गया था। थोड़ी देर के लिए सारे यात्रियों को सांप सूंघ गया था। कुछ लोग भय के कारण शोर भी मचाने लगे थे। अधिकांश यात्री आंखें बंद कर अपने ईस्टदेव की आराधना करने लगे थे। भय क्या चीज है इसका अहसास उसे भी पहली बार हुआ था। एयरपोर्ट पर उतरने के काफी देर बाद तक भी यात्रियों की आवाज नहीं निकल रही थी। कुछ यात्री तो पायलट द्वारा सफलतापूर्वक विमान की इमरजेंसी लैंडिंग किए जाने की घोषणा करने के बाद ही अपनी आंखों को खोला। दिल्ली जा रहीं मिस एस मेहता ने बताया कि विमान के इंजन में खराबी आने से यात्रियों के बीच दहशत का माहौल बन गया था। परंतु इससे अधिक परेशानी एयरपोर्ट पर आठ-आठ घंटे लगातार भूखे-प्यासे बैठे रहने से हो रही थी। काफी शोर शराबे के बाद यात्रियों को स्नैक्स परोसा गया था। एयर इंडिया के अंतिम फ्लाइट से ही अधिकांश यात्रियों को भेजा गया। शाम में चार-चार फ्लाइट एक साथ आने से यात्रियों की भीड़ टर्मिनल परिसर में बढ़ गई थी। इसके कारण बैठने तक की जगह नहीं मिल पा रहा था। अधिकांश यात्री अपने सगे-संबंधियों को फोन कर सुरक्षित होने की जानकारी दे रहे थे।
कोट:
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एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने कहा- मामले की जांच की जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही एयरपोर्ट पर पूरी टीम सजगता से विमान को लैंडिंग कराने में जुटी रही। इंजन में तकनीकी खराबी आने की बात कही गई थी। जांच के बाद ही पता चलेगा कि पक्षी के टकराने से इंजन में खराबी आई अथवा किसी अन्य कारणों से। सारे यात्रियों को दूसरे विमानों से दिल्ली भेज दिया गया।