पटनाः IGIMS में 24 घंटे में दूसरी बार डॉक्टर ने DM को भेजा त्राहिमाम संदेश, शहर में ऑक्सीजन संकट
पटना में कोरोना मरीजों का बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा बेपटरी हो गई है। सोमवार की सुबह 24 घंटे में दूसरी बार आइजीआइएमएस चिकित्सक ने डीएम को त्राहिमाम संदेश भेज दिया। ऐसे परेशानी पटना के कई अस्पतालों की रही।
ऑनलाइन डेस्क, पटना। पटना में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा बेपटरी हो गई है। 24 घंटे में दूसरी बार सोमवार को आइजीआइएमएस चिकित्सक ने डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह को त्राहिमाम संदेश भेज दिया। अस्पताल में महज एक घंटे का ही ऑक्सीजन बचा है। सुबह आठ बजे भेजा जाने वाला ऑक्सीजन अबतक अस्पताल नहीं पहुंचा। हालांकि अस्पताल में 60 सिलेंडर की आपूर्ति कर दी गई है। यह भी महज कुछ घटों के लिए हैं। ऑक्सीजन संकट पटना के कई अस्पतालों पर आ गया है।
दो अस्पतालों में भी बुरा हाल
सगुना मोड़ के पास स्थित समय हॉस्पिटल में सोमवार की दोपहर महज तीन घंटे का ऑक्सीजन बचा। अस्पताल की स्थिति को देखते हुए मरीजों को बाहर निकाला जाने लगा। उस समय अस्पताल में 74 मरीज भर्ती थे। इसी तरह हिताची अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल भेज दिया गया। राजधानी के कई अस्पतालों के चिकित्सक ऑक्सीजन की मांग कर रहे हैं। कई जगह तो मरीजों को खुद ऑक्सीजन लेकर आने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि कोरोना संक्रमित अगर ऑक्सीजन लेकर आएगा तो ही उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। ऐसे में पटना में हालात बुरे हो गए हैं।
रविवार को भी भेजा था त्राहिमाम संदेश
बता दें कि ऑक्सीजन की कमी को लेकर इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) और कोविड अस्पताल एनएमसीएच के अधीक्षकों ने डीएम को त्राहिमाम संदेश भेजा था। आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने कहा था कि ऑक्सीनज सिलिंडर की आपूर्ति नहीं होती है तो कोविड एरिया में भर्ती 110 मरीजों की जान बचानी मुश्किल हो जाएगी। एनएमसीएच अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोविड अस्पताल बनाने के बाद भी राज्य सरकार यहां ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं कर पा रही है। लगातार यहां हंगामा हो रहा है। अंतिम 10 से 15 मिनट का ऑक्सीजन बचने पर अफरातफरी मच जाती है।