ऑटो स्टैंड तक अपनी गाड़ी से पहुंचना पहाड़ चढ़ने जैसा
बुद्ध स्मृति पार्क में 600 वाहनों के लिए निर्मित पटना की पहली मल्टी लेयर पार्किंग तक अपनी गाड़ी से पहुंचना मुश्किल।
पटना । बुद्ध स्मृति पार्क में 600 वाहनों के लिए निर्मित पटना की पहली मल्टी लेयर पार्किंग का उपयोग नहीं होने के कारण अंतत: शासन ने इसे ऑटो स्टैंड बना दिया। संपर्क पथ पर अतिक्रमण के कारण आधुनिक पार्किंग स्थल तक निजी गाड़ियों से आना मुश्किल है। नहीं चाहते हुए भी आप यहां पैदल ही पहुंच सकते हैं। नये ऑटो स्टैंड स्थल पर यात्रियों और ऑटो चालकों के लिए दूर-दूर तक पीने के पानी और प्रसाधन की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
बुद्ध मार्ग से मल्टी लेयर पार्किंग तक पहुंचने के लिए संपर्क पथ का निर्माण दो साल पहले कराया गया था। वर्तमान समय में यह फिर से अतिक्रमण का शिकार हो गया है। पार्किंग स्थल के प्रवेश द्वार पर ऑटो चालकों में ग्राहकों को बैठाने की होड़ है। इस कारण पूरा ट्रैफिक जाम है। प्रकाश पर्व के लिए तीन शिफ्ट में नगर निगम के सफाई कार्य की हकीकत यहां दिख रही है। पूरे कबाड़ी मार्केट का मलबा और कचरा रोड पर पड़ा हुआ है। नगर निगम बेखबर है।
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: दोपहर 12.00 बजे :
मल्टी लेयर पार्किंग स्थल के लिए कोतवाली की ओर से चलकर जीपीओ के पास यह संवाददाता पहुंचा है। मुहाने पर ही जाम का सामना करते हुए गाड़ी खड़ी करने के लिए मीठापुर गोलंबर, स्टेशन रोड का चक्कर काट चुके लेकिन हर जगह 'नो-पार्किंग जोन' का बोर्ड ही दिख रहा है। किसी तरह फ्रेजर रोड पहुंचकर गाड़ी पार्क कर पैदल मल्टी लेयर पार्किंग पहुंच सके। कमोबेश इस व्यवस्था का शिकार अधिकांश लोग हैं।
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: दोपहर 12.30 बजे :
मल्टी लेयर पार्किंग के निकास गेट पर पाटलिपुत्र कॉलोनी, बेली रोड, बो¨रग रोड के अलावा पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए यात्रियों को बुलाने के लिए लाउडस्पीकर से घोषणा की जा रही है। सभी रूटों के ऑटो का बोर्ड लगा है। पूरे परिसर में धूल उड़ रही है। सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।
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: दोपहर 1.00 बजे :
पार्किंग स्थल में प्रवेश करते ही अंधेरा दिखता है। कार पार्किंग के लिए आधुनिक फायर सेफ्टी यंत्र, पार्किंग इंडिकेटर और रोशनी के लिए पर्याप्त लाइट के प्वाइंट तो लगे हैं लेकिन अंधेरे में यात्रियों को ऑटो में बैठने की मजबूरी है। दिन में भी ऑटो की बॉडी लाइट जलानी पड़ रही है। निकास और प्रवेश द्वार से जो रोशनी आ रही है वह पर्याप्त नहीं है।
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: दोपहर 1.15 बजे :
पार्किंग स्थल के सामने दक्षिणी लेन पर कचरे का ढेर लांघकर लोग ऑटो पकड़ने आ रहे हैं। कचरे में कील-कांटे, ऑटोमोबाइल काकचरा शामिल है। डीजल-मोबिल से सने इस कचरे पर अगर गलती से भी माचिस की जलती तीली गिर जाए तो आग रोकना मुश्किल हो सकता है। नगर निगम कार्यालय की चौहद्दी में सफाई इंतजाम का यह हाल तीन पालियों में होने वाली सफाई की पोल खोल रहा है।
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: बोले लोग :
चालक और यात्रियों के लिए शौचालय और स्नानघर की व्यवस्था नहीं है। यह सुविधा उपलब्ध हो जाए तो स्टैंड सभी सुविधाओं से परिपूर्ण हो जाएगा। प्रशासन ने यहां जगह देकर अच्छा काम किया है।
- संजय कुमार पांडेय, चालक।
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पाटलिपुत्र स्टेशन जाने और प्री-पेड ऑटो के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए भटकना नहीं पड़े इसलिए बोर्ड लगाया गया है। माइक से यात्रियों को सूचना देने की व्यवस्था की गई है।
- मो. राजू, चालक
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सफाई की व्यवस्था नहीं है। लाइट का प्रबंध होना चाहिए। यहां स्टैंड आने से आमदनी बढ़ गई है क्योंकि दो चक्कर की बजाय पांच-छह चक्कर पैसेंजर ढोने का मौका सबको मिल रहा है।
- अशोक पांडेय, चालक
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यात्रियों को यहां सिस्टम से ऑटो पकड़ने में सहूलियत तो है लेकिन लाइट की कमी है। रोड पर ऑटो पकड़ने पर बैठने-बैठाने की होड़ जैसी स्थिति यहां नहीं है।
- जूली देवी, यात्री
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पटना में ऑटो स्टैंड नहीं था। एक कायदे का स्टैंड बनाया गया है। यहां असुविधा कम है। जनसुविधाओं की कमी और गंदगी है जिस पर ध्यान देना चाहिए। महिलाओं के लिए स्टैंड से ऑटो पकड़ने में सहूलियत होगी।
- डॉली सिन्हा, यात्री
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ऑटो के लिए भटकना नहीं पड़ा। कतार से सभी रूट के ऑटो देखने को मिले। इससे यात्रियों को इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं है। शहर के किसी भी कोने में जाना हो एक ही जगह पर ऑटो मिल सकता है।
- विशाल विक्टर, यात्री
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