कल नए वाहन और रियल एस्टेट में निवेश का शुभ दिन, नहीं कर पाए तो 25 जनवरी को भी है शुभ मुहूर्त
नए वाहन और रियल एस्टेट में निवेश के लिए अगर आपको शुभ दिन का इंतजार है तो जल्दी कीजिए। यह दिन कल ही है। फिर भी अगर आप चूक गए तो आगे 25 जनवरी को भी शुभ मुहूर्त है।
बक्सर, गिरधारी अग्रवाल। मकर-संक्रांति के बाद से शुभ दिन का आगमन हो चुका है। शादी-ब्याह, उपनयन संस्कार आदि मांगलिक कार्यों को छोड़कर अन्य शुभ कार्य तिथि-वार के अनुसार अब आप कर सकते हैं। कर्मकांडियों के अनुसार यदि आप नए वाहन खरीदने का मूड बना रखे हैं या फिर रियल एस्टेट में निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए गुरुवार को सर्वार्थसिद्धि योग है।
कर्मकांड केसरी आचार्य मुक्तेश्वर नाथ शास्त्री के अनुसार इस दौरान 7 बजकर 14 मिनट से लेकर अपराह्न 3 बजकर 20 मिनट के मध्य इसके लिए निवेश करना बेहतर होगा। यदि किन्हीं कारणों से आज यह कार्य करने में असमर्थ पाएं तो इस माह की 25 तारीख दिन सोमवार या 28 जनवरी दिन गुरुवार (पूर्णिमा तिथि) को भी निवेश कर सकते हैं। इस दिन भी अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि का योग बन रहा है। हालांकि, इस दिन धनराशि का निवेश दोपहर 11 बजकर 51 मिनट से पूर्व ही करना हितकर रहेगा।
31 जनवरी को माघी गणेश चतुर्थी
31 जनवरी को माघी गणेश चतुर्थी है, इस चतुर्थी को माघी चतुर्थी या तिल चौथ भी कहते हैं। आचार्य ने बताया कि बारह मास के अनुक्रम में यह सबसे बड़ी चतुर्थी मानी गई है। शिव रहस्य ग्रंथ के अनुसार प्रथम पूज्यदेव भगवान गणेश जी का जन्म माघ कृष्ण चतुर्थी को ही हुआ था। इस दिन चंद्रमा के दर्शन से भी गणेश दर्शन का पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि इस चतुर्थी को व्रत करके गणेश जी का पूजन करने से भक्तों की सारी विपदाएं दूर होती है।
मौनी अमावस्या 11 फरवरी को
बक्सर की उत्तरायणी गंगा में मौनी अमावस्या स्नान की विशेष महत्ता है। इसके लिए नेपाल से लेकर उत्तरी व पूर्वी बिहार के कई जिले से भारी संख्या में धर्मावलंबी पहुंचते हैं। जो इस दिन यहां अपने पितरों की तृप्ति हेतु पितृदान भी करते हैं। यह रीति पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। बहुसंख्यक स्नानार्थियों के होने के कारण एक मेला सा ²श्य कायम हो जाता है। बहुतेरे तो एक दिन पूर्व ही बक्सर धाम में शरण लेने को और भी मंगलकारी मानते हैं। क्योंकि, शिवरात्रि के साथ मौनी अमावस्या दोनों ही स्नान का उन्हें लाभ प्राप्त होता है।
16 फरवरी को बसंत पंचमी महोत्सव
बसंत पंचमी महोत्सव 16 फरवरी को है और इसके आगमन में एक माह से भी कम दिन का समय बचा हुआ है। मां शारदे की प्रतिमा विद्यालयों के अलावा गली-मोहल्ले में भी लोगों द्वारा स्थापित की जाती है। इसे लेकर सोहनीपट्टी, नया बाजार, सारिमपुर, जेल रोड आदि इलाके के मूर्तिकारों ने मां सरस्वती की प्रतिमा को आकार प्रकार देने का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया है।
अगले माह के त्योहार
1. पुत्रदा एकादशी व्रत - 24 जनवरी
2. भौम प्रदोष व्रत - 26 जनवरी
3. पूर्णिमा व्रत - 28 जनवरी
4. गणेश चतुर्थी व्रत - 31 जनवरी
5. षटतिला एकादशी - 07 फरवरी
6. प्रदोष व्रत - 09 फरवरी
7. शिवरात्रि - 10 फरवरी
8. मौनी अमावस्या - 11 फरवरी
9. कुंभ संक्रांति - 12 फरवरी
10. बसंत पंचमी - 16 फरवरी