Bihar Politics News: महागठबंधन सरकार गिरने की आज चौथी वर्षगांठ, नीतीश से तेजस्वी बोले- अब तो घर से निकलिए, जश्न मनाइए
Bihar Politics News महागठबंधन की सरकार के गिरे आज चार साल हो गए। आरजेडी इस घटना को जनादेश का अपहरण कहता रहा है। तेजस्वी ने इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है।
पटना, जेएनएन। Bihar Politics News: बिहार में चार साल पहले आज ही के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने 20 महीने पुराने महागठबंधन (Mahagathbandhan) की सरकार को समाप्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोग से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनाई थी। अगले दिन विधान सभा (Bihar Assembly) में बहुमत भी साबित कर दिया था। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसे जनादेश का अपहरण करार दिया। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने घटना की चौथी वर्षगांठ पर ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। कोरोना (CornaVirus) काल में मुख्यमंत्री के घर से नहीं निकलने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार को जनादेश के चीरहरण का जश्न मनाने तो 130 दिन बाद घर से निकलना चाहिए।
तेजस्वी ने ट्वीट में एीएम नीतीश पर कसा तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि आज उनके किए गए जनादेश चीरहरण की चौथी वर्षगांठ है। आशा है कि उन्होंने जिस उद्देश्य के लिए जनादेश का अपमान कर 12 करोड़ बिहारियों के साथ छल व विश्वासघात किया था, उसकी लक्ष्य प्राप्ति हो गयी होगी। अब 130 दिन बाद घर से बाहर निकल कर आज इस वर्षगांठ पर जश्न तो मनाएं।
कोरोना काल में नीतीश पर लगातार कर रहे हमले
विदित हो कि बिहार में कोराना संक्रमण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए तेजस्वी यादव ने हाल के दिनों में कई ट्वीट किए हैं। तेजस्वी कोरोना संकट के कााल में मुख्यमंत्री के घर से नहीं निकलने को लेकर भी हमलावर रहे हैं। महागठबंधन की सरकार गिरने से जोड़कर उनका ताजा ट्वीट भी इसी की कड़ी है।
इलाज व जांच की व्यवस्था को बताया नकारा
बीते दिन भी तेजस्वी ने राज्य में कोरोना के इलाज व जांच की व्यवस्था को नकारा बताते हुए ट्वीट किया था। बिहार के कारोना अस्पताल एनएमसीएच के संबंध में उन्होंने लिखा था कि चारों तरफ लाशें, लाशों के साथ लेटे मरीज, वहीं बिना मास्क मरीज के परिजन, कोरोना वार्ड में बिजली नहीं, ऑक्सीजन नहीं, बिना सुरक्षा किट डॉक्टर। लाशों को कोई उठाने वाला नहीं, आंकड़ों की हेरा-फेरी। 130 दिन से अदृश्य मुख्यंमत्री, विफल स्वास्थ्य मंत्री। यह है बिहार की हालात।