कोरोना की रोकथाम को फिर बनेंगे धावा दल
कोरोना समेत कई तरह के संक्रमण और प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाने में थ्री लेयर सर्जिकल मास्क सबसे बेहतर माने जा रहे हैं। बहुत से लोग आरामदायक होने के कारण थ्री लेयर कपड़े का मास्क इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे पूरी सुरक्षा नहीं मिलती है। यही कारण है कि डाक्टर भीड़भाड़ वाली जगहों बंद कार्यालय में कार्य करने वालों आदि को कपड़े के मास्क के ऊपर सर्जिकल मास्क लगाने की सलाह देते हैं।
पटना। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। कोरोना की रोकथाम के लिए फिर से धावा दल बनाए जांएगे। इसके साथ ही मास्क को अनिवार्य किया जाएगा।
रविवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सिविल सर्जनों के साथ हुई बैठक में कोरोना की रोकथाम के लिए आमजन को मास्क की महत्ता बताते हुए उन्हें जागरूक करने और जिला प्रशासन के स्तर से इसे अनिवार्य करने या पूर्व की भांति धावा दल गठित करने के लिए पत्र लिखा है। सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने चिकित्सा पदाधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप में ओपीडी में बिना मास्क पहने आए मरीजों को टोकने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मास्क पहने बिना ओपीडी रोगियों को प्रवेश नहीं करने देने से उन्हें इसका महत्व समझ में आएगा। मास्क पहनने से वे न केवल कोरोना बल्कि अन्य संक्रामक रोगों से भी काफी हद तक सुरक्षित हो सकेंगे। अन्य कार्यालयों व सार्वजनिक स्थल पर मास्क की अनिवार्यता की बाबत अभी जिलाधिकारी के स्तर से कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है।
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संक्रमण से बचाने में सर्जिकल मास्क सबसे बेहतर
कोरोना समेत कई तरह के संक्रमण और प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाने में थ्री लेयर सर्जिकल मास्क सबसे बेहतर माने जा रहे हैं। बहुत से लोग आरामदायक होने के कारण थ्री लेयर कपड़े का मास्क इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे पूरी सुरक्षा नहीं मिलती है। यही कारण है कि डाक्टर भीड़भाड़ वाली जगहों, बंद कार्यालय में कार्य करने वालों आदि को कपड़े के मास्क के ऊपर सर्जिकल मास्क लगाने की सलाह देते हैं। जो लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाते हैं वे घर से बाहर जाने पर दो-तीन लेयर में मोड़कर तौलिया, अंगौछा या रूमाल का भी प्रयोग कर सकते हैं। एन-95 मास्क बिना वाल्व वाला सबसे सुरक्षित माना जाता है लेकिन महंगा होने के कारण हर व्यक्ति इनका नियमित इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
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मास्क पहनने में सावधानी जरूरी
- मास्क ऐसा होना चाहिए जिससे नाक, मुंह और ठुड्डी ठीक से कवर हो जाए।
-मास्क पहनने के बाद चेहरे और मास्क के बीच ज्यादा गैप नहीं हो और सांस लेते समय हवा मास्क से गुजरनी चाहिए लेकिन सांस लेने में परेशानी नहीं हो।
-मास्क ऐसा हो जिसे पहनने के बाद बार-बार हाथ से ठीक नहीं करना पड़े। यानी नोज प्लाई जरूर हो।
- मास्क उतारने के बाद सही जगह पर उसे निस्तारित करने के बाद ही घर में प्रवेश करें और 20 सेकंड तक अच्छी तरह साबुन से हाथ धोएं।