कर्ज चुकाने को छात्र ने रची अपने अपहरण की साजिश
राजधानी के एक निजी स्कूल के आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने कर्ज की रकम चुकाने के लिए खुद के अपहरण का नाटक रच डाला।
पटना : राजधानी के एक निजी स्कूल के आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने कर्ज की रकम चुकाने के लिए खुद के अपहरण का नाटक रच डाला। शुक्रवार पूरी रात परिजन अपहरण की सूचना पर काफी परेशान रहे। फिरौती के लिए अपहरण की सूचना पर शनिवार की सुबह पटना पुलिस सक्रिय हुई। सभी थानों की पुलिस छात्र की सकुशल रिहाई में जुट गई। सूचना मिलने के महज एक घंटे के अंदर आर्यन को पुलिस ने उसके घर के पास ही खोज निकाला। जब सच्चाई पता चली, तब पुलिस ने राहत की सांस ली। घटना जक्कनपुर थाना क्षेत्र की है। एसएसपी मनु महाराज ने तकनीकी अनुसंधान से आर्यन का ठिकाना ढूंढने में कामयाबी दिलाने वाले राजीव नगर थानाध्यक्ष रोहण कुमार, विशेष सेल के एएसआइ कुमार गौरव और ट्रेनी कांस्टेबल शिवजी प्रसाद को पांच-पांच हजार रुपये नकद व प्रशस्तिपत्र देकर पुरस्कृत किया।
कोचिंग के लिए गया था, लौटकर नहीं आया :
स्कूली छात्र का घर पोस्टल पार्क के रोड नंबर एक में है। उसके पिता ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते हैं। वह शुक्रवार की शाम घर से कोचिंग के लिए निकला था पर लौटकर नहीं आया। उसका मोबाइल भी बंद मिल रहा था। देर रात उसके पिता ने थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस ने रात में उसके कुछ दोस्तों और कोचिंग संचालक से संपर्क किया, लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चला।
फिरौती के लिए कॉल आने पर घबरा गए परिजन : शनिवार की सुबह छात्र के मोबाइल से उसके पिता के नंबर पर तीन लाख रुपये फिरौती के लिए कॉल आई। कॉल छात्र के दोस्त ने की थी। उससे फोन पर पिता की बात कराई। छात्र ने पिता से झूठ कहा कि उसे कुछ लोग उठाकर ले गए हैं। वह कहां है, यह नहीं पता चल रहा। जल्दी रुपये का इंतजाम कर मुक्त कराएं। इसके बाद छात्र के दोस्त ने कहा कि रुपये कब और कहां पहुंचाने हैं, इसके लिए वह 11 बजे कॉल करेगा। फिरौती के लिए कॉल आने पर छात्र के पिता घबरा गए। उन्होंने तत्काल फोन पर एसएसपी को घटना की जानकारी दी।
मीटिंग छोड़ बरामदगी में जुट गए थानेदार :
शनिवार सुबह एसएसपी दशहरे पर विधि-व्यवस्था को लेकर थानेदारों संग मीटिंग कर रहे थे। उन्होंने तत्काल सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र में नाकाबंदी लगाकर वाहनों की चेकिंग कराने का निर्देश दिया। इधर, तकनीकी अनुसंधान में माहिर राजीव नगर थानाध्यक्ष रोहण कुमार, एएसआइ कुमार गौरव और पीटीसी शिवजी प्रसाद को मोबाइल के जरिए ठिकाना ढूंढने का निर्देश दिया। नाकाबंदी कर वाहनों की जांच चल ही रही थी कि छात्र का मोबाइल ऑन हो गया। तकनीकी सेल की टीम टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस उसके घर से कुछ दूरी पर बिग्रहपुर इलाके में पहुंच गई। देखा कि छात्र अपने दोस्त के साथ सड़क पर टहल रहा था। दोनों को तत्काल हिरासत में ले लिया गया। उनकी निशानदेही पर दो लड़के और पकड़े गए।
सूद की रकम हो गई थी सात गुना अधिक :
पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसने अपने दोस्त अभिषेक से ऐश-मौज करने के लिए 5000 रुपये सूद पर लिए थे। वह रकम चुका नहीं सका और सूद की राशि बढ़कर सात गुना अधिक हो गई थी। 35 हजार रुपये कर्ज चुकाने का उसे कोई दूसरा उपाय समझ में नहीं आ रहा था। उसे मालूम था कि पिता के पास तीन लाख रुपये हैं, इसलिए उसने खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। तीन दोस्तों ने भी उसका साथ दिया। फिरौती मांगते वक्त उसके दोस्त ने छात्र के पिता को पुलिस के पास नहीं जाने की धमकी भी दी थी।