कोरोना से जंग लड़ने के लिए अंडे से बढ़ाई यारी, 30 फीसद तक बढ़ी खपत- जानें क्या हैं फायदे
लॉकडाउन के दौरान अंडे की खपत बढ़ गई है। बिहार में घरेलू खपत में 20 से 30 फीसद वृद्धि हुई है। चिकित्सक अंडे से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने की बात करते हैं जानें इसके फायदे-
पटना, जेएनएन। बिहार में लॉकडाउन के दौरान अंडे की खपत बढ़ गई है। घरेलू खपत में 20 से 30 फीसद वृद्धि हुई है। हालांकि होटल व रेस्तरां बंद रहने के कारण ओवरऑल डिमांड कम है। इस कारण कीमतों में बदलाव नहीं आया है। पहले की तरह खुदरा बाजार में अंडे की कीमत प्रति पीस छह रुपये है।
राज्य में सरकारी एवं प्राइवेट क्षेत्र में 550 से अधिक पॉल्ट्री फार्म
पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी (पॉल्ट्री) डॉ.भारती सिंह का कहना है कि राज्य में 17,633 लाख अंडों का उत्पादन प्रतिवर्ष हो रहा है। राज्य में सरकारी एवं प्राइवेट क्षेत्र में 550 से अधिक पॉल्ट्री फार्म संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा काफी मात्रा में अंडा राज्य के बाहर से भी आ रहा है। खासकर आंध्र प्रदेश से काफी मात्रा में अंडा आता है।
ग्राहक तक आते-आते दोगुनी कीमत
नौबतपुर में पॉल्ट्री फार्म संचालित करने वाले उद्यमी टोनी कुमार का कहना है कि तीन रुपए प्रति पीस अंडा जा रहा है। एक रुपए के मार्जिन पर यह होलसेल विक्रेताओं को मिल रहा है, जबकि दो रुपए का लाभ रिटेलर को मिल रहा है। इस कारण ग्राहक तक आते-आते अंडे की कीमत दोगुनी यानी छह रुपये हो जा रही है।
कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक
पीएमसीएच के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा माध्यम है। इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। कोरोना के संक्रमण काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहनी जरूरी है। ऐसे में अंडे का सेवन फायदेमंद है। खुले में बिकने वाली मछली एवं मीट से अंडा को ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है।