मात्र अंगूठे के निशान से खोए हुए अपने से मिलवा देगा 'इंडिया पोस्ट' का यूआइडी
अब खोए हुए अपनों की तलाश करने में ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी होगी। बस थोड़ा जागरूक हो जाएं तो। इंडिया पोस्ट से अपने परिवार का विशिष्ट पहचान पत्र बनावाकर आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
पटना, जेएनएन। अगर आप 'इंडिया पोस्ट' से अपने परिवार का विशिष्ट पहचान पत्र (यूआइडी) बना लेते हैं तो किसी सदस्य के बिछुडऩे पर खोज आसान हो सकती है। बिहार के विभिन्न शेल्टर होम में 30 ऐसे बच्चों को माता-पिता मिले जो लंबे समय से गुम थे। अंगुठे के निशान से उनके घर और परिजन का पता लगाने में यूआइडी मददगार साबित हुआ है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण और इंडिया पोस्ट के बीच यूआइडी निर्माण का करार हुआ है। अब केवल इंडिया पोस्ट में ही आधार कार्ड का निर्माण कर डाक से घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। वैसे तो इंडिया पोस्ट से कभी भी यूआइडी बनवा सकते हैं लेकिन कार्य अवधि के दौरान 3.00 से 5.00 बजे तक विशेष अभियान के तहत यह कार्य होगा।
तकनीक के इस्तेमाल से मिल रहा लाभ
आधार कार्ड की उपयोगिता को देखते हुए सरकार ने इसकी जिम्मेदारी इंडिया पोस्ट को दे दी है। किसी भी नजदीकी इंडिया पोस्ट काउंटर पर किसी भी उम्र के लोग यूआइडी बनवा सकते हैं। अब तक बैंक खाता, बिजली कनेक्शन, रेलवे व हवाई टिकट और सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आधार को अनिवार्य माना जा रहा था। तकनीक के विकास के साथ आमजन के लिए बिछुडऩे पर उसके परिजन का पता जानने में मददगार हो रहा है।
यूआइडी स्कैनर से मिल जाता है पूरा ब्योरा
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण बिहार में विभिन्न शेल्टर होम में स्कैनर के माध्यम से करीब 30 बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाने में मदद की है। यदि कोई बिछुड़े हुए बच्चा, बुजुर्ग या विक्षिप्त मिले तो उसे यूआइडी स्कैनर से परिजन की जानकारी मिल सकती है। स्कैनर पर अंगुठा रखने के साथ ही यदि यूआइडी बना होगा तो पूरा विवरण मिल जाता है। पुराने यूआइडी में कोई परिवर्तन कराना हो या गुम होने पर नया निर्माण कराने की जरूरत इंडिया पोस्ट से हो सकेगा।