तीन लाख राशन कार्डधारी, महज 15 हजार ने उठाया अनाज
तीन लाख राशनकार्डधारी महज 15 हजार ने उठाया अनाज
पटना। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच नयी व्यवस्था लागू होने के कारण गरीबों को जनवितरण प्रणाली की दुकानों से आनाज नहीं मिल रहा है। 21 जुलाई से नयी व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके तहत उपभोक्ता और पीडीएस दुकानदारों को पॉश मशीन में अंगूठा लगाने के बाद ही अनाज मिलेगा। नयी व्यवस्था के विरोध में फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन (दयानंद गुट) 22 जुलाई से हड़ताल पर है। तर्क है कि पॉश मशीन में अंगूठा लगाने से दुकानदार और राशनकार्डधारी संक्रमित हो सकते हैं।
पटना शहरी क्षेत्र में तीन लाख कार्डधारी हैं। अब तक इसमें से 15 हजार ही अनाज उठा पाए हैं। यानी 2.85 हजार कार्डधारी जुलाई माह का अनाज नहीं उठा सके हैं। कार्डधारियों को प्रति यूनिट पहले से दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल मिल रहा है। इसके अतिरिक्त मुफ्त दो किलो गेहूं, तीन किलो चावल और एक किलो अरहर दाल दिया जाना है। प्रति यूनिट गरीबों को चार किलो गेहूं, छह किलो चावल और एक किलो अरहर के दाल से वंचित होना पड़ रहा है।
राशन नहीं मिलने से नाराज उपभोक्ता वार्ड पार्षदों के पास शिकायत लेकर जाते हैं और समाधान नहीं होने पर हंगामा करते हैं। इसको लेकर कई वार्ड पार्षद महापौर सीता साहू से गुहार लगा चुके हैं। सीता साहू इस संबंध में उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और प्रधान सचिव से गुहार लगा चुकी हैं।
पटना अनुभाजन क्षेत्र में पहले से 2.40 लाख कार्डधारी हैं। 60 हजार नये कार्ड का वितरण होने के बाद कार्डधारियों की संख्या तीन लाख पर पहुंच गई है। करीब 14 लाख यूनिट राशन प्रतिमाह उपभोक्ता उठाते हैं। पटना अनुभाजन क्षेत्र में 800 जनवितरण प्रणाली विक्रेता हैं। मिली जानकारी के अनुसार खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग केंद्र सरकार से पॉश मशीन से अंगूठा लगाने स उत्पन्न स्थिति पर मार्गदर्शन मांगा है।