गर्दनीबाग में नकली दवा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
ड्रग्स विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गर्दनीबाग और आसपास के क्षेत्र से तीन लोगों को नकली दवा निर्माण के आरोप में गिरफ्तार किया।
By Edited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 08:39 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 08:40 PM (IST)
पटना (फुलवारीशरीफ )। ड्रग्स विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गर्दनीबाग और आसपास के इलाके में जानवरों पर इस्तेमाल होने वाली प्रतिबंधित और नकली दवाएं बरामद की गई हैं। तीन स्थानों पर छापेमारी में अवैध तरीके से ऑक्सीटोसिन और अन्य दवाएं बनाए जाने का पर्दाफाश हुआ है।
मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। ड्रग्स कंट्रोल विभाग की सूचना पर एसपी (सिटी मध्य) पीके दास ने पुलिस जवानों को सादे लिबास में ड्रग्स अधिकारी के साथ छापेमारी के लिए भेजा था। पहली छापेमारी अशोकनगर में हुई, जहां भारी मात्रा में ऑक्सीटोसिन एवं अन्य नकली दवाओं के साथ धंधे का मुख्य सरगना विजय अग्रवाल हाथ लगा।
पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि दवा बनाने का धंधा धीराचक, गर्दनीबाग में हो रहा है। तत्काल दूसरे ठिकाने पर भी छापेमारी हुई और वहां से भी बड़ी मात्रा में दवाएं मिलीं। ड्रग्स अधिकारियों ने बताया कि इस धंधे का सरगना विजय अग्रवाल है, जो तीन स्थानों पर नकली दवा का निर्माण कर पटना सहित पूरे बिहार में बेच रहा है। उन्होंने बताया कि विजय अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद और सूर्य भूषण को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपित सत्येंद्र मौके से फरार हो गया।
उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर गांधी मैदान इलाके में भी छापेमारी की गई। गर्दनीबाग और अशोकनगर में ड्रग्स विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई जानवरों की दवाओं का गैरकानूनी ढंग से किया जा रहा था निर्माण गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही पुलिस राज्य में नकली दवा भेजता था सरगना
मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। ड्रग्स कंट्रोल विभाग की सूचना पर एसपी (सिटी मध्य) पीके दास ने पुलिस जवानों को सादे लिबास में ड्रग्स अधिकारी के साथ छापेमारी के लिए भेजा था। पहली छापेमारी अशोकनगर में हुई, जहां भारी मात्रा में ऑक्सीटोसिन एवं अन्य नकली दवाओं के साथ धंधे का मुख्य सरगना विजय अग्रवाल हाथ लगा।
पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि दवा बनाने का धंधा धीराचक, गर्दनीबाग में हो रहा है। तत्काल दूसरे ठिकाने पर भी छापेमारी हुई और वहां से भी बड़ी मात्रा में दवाएं मिलीं। ड्रग्स अधिकारियों ने बताया कि इस धंधे का सरगना विजय अग्रवाल है, जो तीन स्थानों पर नकली दवा का निर्माण कर पटना सहित पूरे बिहार में बेच रहा है। उन्होंने बताया कि विजय अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद और सूर्य भूषण को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपित सत्येंद्र मौके से फरार हो गया।
उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर गांधी मैदान इलाके में भी छापेमारी की गई। गर्दनीबाग और अशोकनगर में ड्रग्स विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई जानवरों की दवाओं का गैरकानूनी ढंग से किया जा रहा था निर्माण गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही पुलिस राज्य में नकली दवा भेजता था सरगना
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