बिहार में जो राज्यसभा से चूके, वो अब ढूंढ रहे विधान परिषद पहुंचने के उपाय, निकलने वाली है वैकेंसी
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भी दाखिल कर लिया है। अब जो लोग राज्यसभा से चूक गए हैं वो अब विधान परिषद पहुंचने के उपाय तलाश रहे हैं।
पटना [अरुण अशेष]। राज्यसभा में टिकट से चूक गए लोग अब विधान परिषद में जाने का उपाय देख रहे हैं। परिषद में मई महीने में बड़ी वैकेंसी हो रही है। नौ सीटें तो विधानसभा कोटे की खाली होंगी। इनके अलावा स्नातक, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की आठ सीटों पर चुनाव होगा। राज्यपाल के मनोनयन से भरी जाने वाली 12 सीटें भी 23 मई को खाली हो जाएंगी। यानी कुल 29 सीटें खाली हो रही हैं।
विधायकों के मतदान से भरी जाने वाली विधान परिषद की नौ सीटें छह मई को खाली होंगी। मतदान की प्रक्रिया अगले महीने शुरू हो जाएंगी। फिलहाल इन सीटों पर एनडीए काबिज है। छह जदयू और तीन भाजपा के पास हैं। लेकिन, चुनाव के बाद इनमें से चार सीटें महागठबंधन के खाते में चली जाएंगी।
एनडीए को पांच में ही पुराने नौ के अलावा नए उम्मीदवारों का भी समायोजन करना होगा। जबकि राजद के तीन और कांग्रेस के एक नए चेहरे को मौका मिलेगा। छह साल पहले कांग्रेस कोटे से विधान परिषद गए अशोक चौधरी अब जदयू में हैं। राज्यसभा न जा सके भाजपा नेता आरके सिन्हा के पुत्र ऋतुराज को भरपाई के तौर पर परिषद में जगह दी जा सकती है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रो. रघुवंश प्रसाद सिंह राज्यसभा जाने की उम्मीद में थे। संभव है कि इनमें से किसी एक को परिषद में जगह मिल जाए। राज्यसभा टिकट नहीं पा सकीं सांसद कहकशां परवीन भी परिषद में जा सकती हैं। इससे पहले जदयू ने गुलाम रसूल बलियावी को राज्यसभा में बेटिकट होने पर विधान परिषद में आसरा दिया था।
विधान सभा कोटे के इन सदस्यों का खत्म हो रहा कार्यकाल
पीके शाही, अशोक चौधरी, हारूण रशीद, हीरा प्रसाद बिंद, सतीश कुमार, सोनेलाल मेेहता (जदयू) कृष्ण कुमार सिंह, संजय प्रकाश और राधा मोहन शर्मा (भाजपा)।
राज्यपाल के मनोनयन वाली सीटें
रामलखन राम रमण, विजय कुमार मिश्रा, राणा गंगेश्वर सिंह, जावेद इकबाल अंसारी, शिव प्रसन्न यादव, संजय कुमार सिंह ऊर्फ गांधीजी, रामवचन राय, ललन सर्राफ, रणवीर नंदन एवं रामचंद्र भारती। 2014 में मनोनीत नरेंद्र सिंह की सदस्यता बाद में समाप्त हो गई। उनकी जगह लोजपा के पशुपति कुमार पारस आए। वह भी लोकसभा चले गए। इसी कोटे के सदस्य रहे राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह भी लोकसभा के लिए चुने गए। जावेद इकबाल अंसारी राजद में शामिल हो गए।
चुनाव मैदान में जाएंगे ये राजनेता
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र:
पटना-नीरज कुमार, तिरहुत-देवेश चंद्र ठाकुर, दरभंगा-दिलीप कुमार चौधरी।
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र:
भागलपुर-एनके यादव, पटना-नवल किशोर यादव, तिरहुत-संजय कुमार सिंह, सारण-केदार पांडेय, दरभंगा-मदनमोहन झा।