अपराधियों से मुकाबला का हौसला देती यह खबर, जानिए गोली खाकर भी कैसे लुटने नही दिए 24 लाख
बिहार के छपरा के एक पेट्रोल पंप मालिक ने अपराधियों से मुकाबला करते हुए 24 लाख की लूट होने से बचाया। साथ ही वहां मौजूद एक कांस्टेबल ने हौसला दिखाया तो दो अपराधी पकड़ लिए गए।
सारण [जेएनएन]। आए दिन के अपराध से परेशान अवाम को यह खबर अपराधियों से मुकाबला करने का हौसला देगी। ऐसे ही हौसले की बदौलत छपरा के एक पेट्रोल पंप मालिक ने 24 लाख रुपये लुटने से बचा लिए। साथ ही कांस्टेबल ने भी मोर्चा लिया तो दो अपराधी दबोच लिए गए।
विरोध करने पर अपराधियों ने सीने में मार दी गोली
सोमवार को छपरा नगर थाना क्षेत्र स्थित स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में डाकबंगला रोड स्थित प्रसाद पेट्रोल पंप के मालिक अमित खन्ना बाइक से बड़ी रकम जमा करने जा रहे थे। बाइक सवार अपराधी उनके पीछे लग गए। घिरने पर अमित ने अपराधियों से मोर्चा लिया तथा मौका देख रुपयों से भरा बैग बैंक के अंदर फेंक दिया। इस दौरान अपराधियों ने उनके सीने में गोली मार दी।
कांस्टेबल ने एक अपराधी को तो दूसरे को लोगों ने पकड़ा
उसी समय बैंक में पासबुक अपडेट कराने आए एक कांस्टेबल ने अपराधियों का रास्ता रोककर शोर मचाया तथा एक अपराधी को पकड़ लिया। कांस्टेबल की हिम्मत देखकर स्थानीय लोगों का भी हौसला बढ़ा। उन्होंने एक और अपराधी को दबोच लिया।
घायल पेट्रोल पंप मालिक की हालत गंभीर, पटना रेफर
इसके बाद भीड़ दोनों अपराधियों की धुनाई करने लगी। भीड़ ने अपराधियों की बाइक भी फूंक दी। इस दौरान कांस्टेबल ने लोगों को कानून हाथ में नहीं लेने का आग्रह करता रहा। बाद में लोगों ने समझाने पर अपरधियों को पुलिस के हवाले कर दिया। उधर, गंभीर रूप से घायल पेट्रोल पंप मालिक को प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर किया गया है।
उत्तर प्रदेश के मऊ जेल में रची थी लूट की साजिश
नगर थाने पहुंचे डीआइजी ने दोनों अपराधियों से पूछताछ की। गिरफ्तार अपराधियों में एक बेतिया के शिकारपुर थाने के कटघरवा का आदित्य कुमार व दूसरा वाराणसी के सारनाथ का तेजबहादुर पटेल है। तीसरा फरार अपराधी जौनपुर का सौरभ कुमार है। उन्होंने पेट्रोल पंप के कैश की लूट की साजिश उत्तर प्रदेश के मऊ जेल में रची थी। इसमें छपरा के रंजन कुमार ने लाइनर का काम किया था। साजिश को अंजाम देने अपराधी वाराणसी से श्रमिक एक्सप्रेस से छपरा पहुंचे थे।
बहादुर कांस्टेबल कौशल किशोर पुरस्कृत
डीआइजी विजय कुमार वर्मा ने बहादुर कांस्टेबल कौशल किशोर को पांच हजार नकद पुरस्कार देने के साथ मुख्यालय से पुरस्कृत करने की अनुशंसा की है।