दाऊद का यह गुर्गा नेपाल से भारत भेजता था जाली रुपये व नकली सोना, गिरफ्तारी के बाद खोले कई बड़े राज
नेपाल में कुख्यात दाऊद इब्राहिम का एक गुर्गा अल्ताफ हुसैन पकड़ा गया है। उसने वहां से संचालित भारत विरोधी गतिविधियों तथा उसमें पाकिस्तानी मदद के कई बड़े राज खोले हैं।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। नेपाल पुलिस ने कुख्यात दाऊद इब्राहिम के गुर्गे अल्ताफ हुसैन अंसारी को नेपाल की राजधानी काठमांडू से गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी नेपाल के पर्सा जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष ने दी है। वह साल 2011 में करीब 55 लाख के नकली भारतीय नोटों की बरामदगी के मामले में फरार चल रहा था। उसने पुलिस पूछताछ के दाैरान भारत में नकली नोट व नकली सोने की सप्लाई के नेटवर्क की जानकारी दी है। उसने बताया है कि इस धंधे में नेपाल में पाकिस्तानी दूतावास तथा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद मिलती थी।
बिहार के सीमावर्ती वीरगंज को बना रखा था ठिकाना
नेपाल के पर्सा जिला के एसपी गंगा पंत ने बताया कि अल्ताफ नेपाल के बारा जिले के हरपुर का निवासी है। उसने बिहार सीमावर्ती नेपाली नगर वीरगंज को ठिकाना बना रखा था। पुलिस ने उसे तीन दिन पूर्व गिरफ्तार किया था। उसे गुप्त स्थान पर सख्त सुरक्षा के बीच रख कर पूछताछ की जा रही थह।
नेपाल में भारत विरोधी तत्वों को मिल रही मजबूती
बता दें कि नेपाल में दाऊद ग्रुप का कनेक्शन पुराना रहा है। इस बीच भारत व चीन के बीच तनाव का माहौल है। चीन इन दिनों नेपाल में भारत विरोधी साजिश में लगा है, जिससे नेपाल व भारत के रिश्ते तल्ख हो गए हैं। इससे नेपाल में भारत विरोधी संगठनों को मजबूती मिल रही है।
पुलिस पूछताछ में खोले पाकिस्तानी साजिश के राज
नेपाल पुलिस के हत्थे चढ़े दाऊद के गुर्गे अल्ताफ हुसैन अंसारी ने पुलिस पूछताछ में कई राज खोले हैं। पूछताछ में नकली सोने और जाली नोट से भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह करने की आइएसआइ के साजिश का भी खुलासा हुआ है। अल्ताफ के रिश्ते नेपाल के जाली नोट के धंधेबाज यूनुस अंसारी के साथ रहे हैं। अल्ताफ ने यह भी बताया कि वह अहमदाबाद (गुजरात) के संजय पटेल और नीलेश शाक्या के साथ मिल कर भारत के विभिन्न हिस्सों में नकली सोना की सप्लाई करता था। जाली नोट और नकली सोना के कारोबार में नेपाल में पाकिस्तानी दूतावास और आईएसआई मदद करते थे। इन धंधों में हवाला का पैसा लगा था।
यूनुस अंसारी के साथ करता था जाली नोट की सप्लाई
अल्ताफ हुसैन भारत में जाली नोट की सप्लाई नेपाली तस्कर यूनुस अंसारी के साथ मिलकर करता था। पिछले 24 मई 2019 को काठमांडू कि त्रिभुवन एयरपोर्ट पर 7.67 करोड़ के जाली भारतीय नोट के साथ जिन छह लोगों को नेपाल के खुफिया विभाग ने पकड़ा था। उनमें एक महिला समेत तीन पाकिस्तानी और तीन नेपाल के नागरिक थे। पकड़े गए लोगों में यूनुस अंसारी भी शामिल था, जबकि उस वक्त अल्ताफ फरार होने में कामयाब हो गया था।
फिर बाद में शुरू कर दी नकली सोने की तस्कारी
उसके बाद अल्ताफ ने खुफिया विभाग के आंखों में धूल झोंकने के लिए कुछ दिनों तक जाली नोट के कारोबार को बंद कर नकली सोने का कारोबार शुरू किया। इसी दौरान उसके सम्पर्क में संजय पटेल और नीलेश शाक्या आए। तीनों मिलकर मुंबई और गुजरात में कई बार नकली सोने की सप्लाई कर चुके हैं।
काठमांडू से किया गिरफ्तार, अब संजय पटेल की तलाश
पिछले दिनों नीलेश और अल्ताफ काठमांडू से 15 किलो नकली सोना लेकर की सप्लाई के लिए निकले थे कि नीलेश नकली सोना के साथ गिरफ्तार हो गया। अल्ताफ फिर चकमा देकर भागने में कामयाब रहा, लेकिन नेपाल के बारा जिले की पुलिस ने उसे काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया। अब नेपाल पुलिस को संजय पटेल का तलाश है। संजय पटेल 28 जनवरी 2014 को अहमदाबाद में 35 किलो सोना के साथ पकड़ा गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए नेपाल पुलिस भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के संर्पक में है।