Proud of bihar : ये भी हैं बिहार बोर्ड के ही टॉपर, पूरी दुनिया में बज रहा जिनका डंका
बिहार बोर्ड का टॉपर्स घोटाला प्रकरण की वजह से पूरे देश में बिहार की छवि धूमिल हो रही है लेकिन इसी बिहार बोर्ड से पढीं कुछ एेसी प्रतिभाएं भी हैं जिनपर बिहार को गर्व है।
पटना [काजल]। बिहार बोर्ड का टॉपर्स घोटाला प्रकरण की वजह से पूरे देश में बिहार की छवि धूमिल हो रही है लेकिन इसी बिहार बोर्ड से पढीं कुछ एेसी प्रतिभाएं भी हैं जो पूरे विश्व में अपनी कामयाबी और अपने नाम का डंका बजा रही हैं।
आज बिहार के बोर्ड रिजल्ट में गडबड़ी की बातें सामने आने पर भले ही लोग बिहार की प्रतिभा को शक के नजरिए से देखने लगे हों लेकिन प्रदेश के 6 ऐसे भी टॉपर हैं जिन्होंने असल जिंदगी में अपना एक खास मुकाम बनाया है और बोर्ड टॉपर रहे ये छात्र आज भी टॉप पर हैं। इसी बिहार बोर्ड के छह पुराने टॉपर प्रदेश की तरक्की के रास्ते तलाश रहे थे।
बिहार बोर्ड की पढाई से ही पढे और बिहार से तालुक्कात रखने वाले ये टॉपर्स अभी बहरीन, कोलंबिया, यूक्रेन, सेनेगल, अर्जेंटीना और नामीबिया में भारत के राजदूत के पद पर कार्यरत हैं।
पिछले दिनों पटना आए बिहार बोर्ड से ही पास आउट ये छह आईएफएस राजदूतों के सम्मेलन में भाग लेने प्रदेश के दौरे पर आए हुए थे। इसके बाद इन लोगों ने राज्यपाल रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी।
आइए जानें इन 6 बिहार बोर्ड टॉपर्स के बारे में
संजीव रंजन, ये अर्जेंटीना में भारत के राजदूत हैं और मूल रूप से बिहार के गया के रहने वाले हैं। गया के ही नाजरथ से अपनी पढाई करने के बाद संजीव ने सेंट माइकल से बारहवीं की परीक्षा पास की। फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक करने के बाद आइएफएस बने।
मनोज कुमार भारती, ये यूक्रेन में भारत के राजदूत हैं जो मूल रूप से मधुबनी के बेनीपट्टी खेरहा के रहने वाले हैं। इनकी पढाई उस वक्त बिहार के नेतरहाट स्कूल से हुई और ये अपने बैच के टॉपर थे। इन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक किया और फिर आईआईटी दिल्ली से एमटेक उसके बाद भारतीय विदेश सेवा चुना।
प्रभात कुमार, मुजफ्फरपुर से जुड़े प्रभात बखड़ा-गोबिंदपुर के रहने वाले हैं और फिलहाल कोलंबिया में भारत के राजदूत है। प्रभात ने सेंट माइकल स्कूल पटना से पढाई करने वाले प्रभात बिहार के बोर्ड टॉपर रहे हैं।
राजीव कुमार, सेनेगल में भारत के राजदूत राजीव कुमार सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। इनका मन आज भी बिहार में ही बसता है। स्कूलिंग के टाइम में अपने बैच के टॉपरों में से एक थे।
आलोक कुमार सिन्हा, फिलहाल बहरीन में भारत के राजदूत के पद पर कार्यरत हैं। आलोक बिहार के ही हैं और बिहार से अपनी पढाई करने के बाद अलग-अलग इंस्टीच्यूट से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने भारतीय विदेश सेवा को चुना।
कुमार तुहीन- नामीबिया में भारत के उच्चायुक्त कु्मार तुहीन भी बिहार के ही हैं। स्कूलिंग और कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा को चुना।