Move to Jagran APP

प्रदेश में बालू का भरपूर स्टॉक, अफवाह फैलाने पर होगी कार्रवाई

खान एवं भूतत्व विभाग ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा एक जुलाई से 30 सितंबर तक प्रदेश की सभी नदियों से खनन पर रोक लगा दी है। प्रदेश में बालू का स्टॉक काफी है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 04 Jul 2018 06:38 PM (IST)Updated: Wed, 04 Jul 2018 09:19 PM (IST)
प्रदेश में बालू का भरपूर स्टॉक, अफवाह फैलाने पर होगी कार्रवाई
प्रदेश में बालू का भरपूर स्टॉक, अफवाह फैलाने पर होगी कार्रवाई

पटना  [राज्य ब्यूरो]।  बरसात के मौसम में बालू को लेकर निर्माण कार्य प्रभावित नहीं होंगे। लोगों को बालू संकट से जूझना नहीं पड़ेगा। खान एवं भूतत्व विभाग ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा एक जुलाई से 30 सितंबर तक प्रदेश की सभी नदियों से खनन पर रोक लगाने के बाद भी बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करने के विशेष इंतजाम किया  है।

loksabha election banner

विभाग के निदेशक असंगवा चुबा आओ ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि बालू की स्टॉक निगरानी की जाएगी। बालू संकट का अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

उन्होंने कहा कि बंदोबस्तधारियों द्वारा अभी तक नदियों की बेड में 25 करोड़ सीएफटी बालू का स्टॉक कर लिया गया है। इसमें और इजाफा होगा, क्योंकि कई जगहों से अभी रिपोर्ट नहीं आई है।

साथ ही प्रदेश के 662 थोक विक्रेताओं के पास 4. 5 करोड़ सीएफटी बालू का स्टॉक है। इसके अलावा खनन निगम के पास करीब नौ लाख सीएफटी बालू का स्टॉक है। इस तरह से करीब 30 करोड़ बालू का स्टॉक है। आवश्यकता पडऩे पर पश्चिम बंगाल समेत पड़ोसी राज्यों से बालू मंगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बंदोबस्तधारियों को तय दर पर ही बालू बेचने के आदेश दिया गया है। जिला पदाधिकारियों को बालू की कीमत नियंत्रित रखने को कहा गया है। मानसून सत्र में बालू के अवैध खनन को रोकने के लिए विभाग द्वारा मोबाइल एप बनाया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति मोबाइल के जरिए बालू के अवैध खनन का फोटो विभाग को भेज सकता है।

एप से इस बात का पता चल जाएगा कि खनन कहां पर किया जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से बालू घाटों की निगरानी भी की जाएगी। विभाग ने बालू के अवैध खनन एवं बालू से संबंधित किसी प्रकार शिकायत दर्ज करने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। कार्यालय अवधि के दौरान कोई भी 2215350 और 2215351 दूरभाष नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.