बिहार में यूरिया की कोई कमी नहीं, कृषि मंत्री बोले- किसानों को दिक्कत हो तो सीधे इस नंबर पर करें फोन
मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा पूर्व में उर्वरक कंपनियों को जितनी चेतावनी दी जानी थी दी जा चुकी है। यही नहीं अगर अधिकारी कर्मचारी एवं उर्वरक विक्रेता और कंपनी किसानों के अहित में कार्य कर रहे हो तो उन पर बड़ी कार्रवाई करने में कोई संकोच नहीं करें।
पटना, राज्य ब्यूरो। किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को विभाग के आला अधिकारियों और विभिन्न उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ खाद की उपलब्धता एवं जीरो टालरेंस नीति के तहत यूरिया के बिक्री की वीडियो कान्फ्रेंसिंग से समीक्षा की। कृषि मंत्री को अधिकारियों ने बताया कि खरीफ 2021 में अभी तक कुल 1581 छापामारी की गई है। इस दौरान 273 खाद विक्रेताओं का लाइसेंस निलंबित, 114 लाइसेंस रद्द, 29 पर प्राथमिकी और 486 विक्रेताओं से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इस दौरान मंत्री ने निर्देश दिया कि अगले 10 दिनों में राज्य के सभी जिलों में यूरिया की जरूरत बढ़ेगी। इसलिए आवश्यक है कि राज्य में उर्वरकों की उपलब्धता समुचित मात्रा में सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा पूर्व में उर्वरक कंपनियों को जितनी चेतावनी दी जानी थी, दी जा चुकी है। यही नहीं, अगर गलत मंशा से कोई अधिकारी, कर्मचारी एवं उर्वरक विक्रेता और कंपनी किसानों के अहित में कार्य कर रहे हो, तो उन पर बड़ी कार्रवाई करने में कोई संकोच नहीं करें।
मंत्री ने मुख्यालय के पदाधिकारियों द्वारा प्रतिदिन जिलों में उर्वरक के स्टाक की स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि खरीफ 2021 मौसम में यूरिया की माह अप्रैल से जुलाई तक 4.80 लाख मीट्रिक टन की आवश्यकता के विरुद्ध भारत सरकार द्वारा 31 जुलाई तक 4.50 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध कराया गया है। अगस्त के लिए भारत सरकार द्वारा 2.73 लाख मीटिक टन यूरिया का आवंटन उपलब्ध कराया गया है। इससे स्पष्ट है कि राज्य में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। खाद की मांग और आवश्यकता का विश्लेषण कर विभाग हर जिला को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराती है। मंत्री ने किसानों से अपील की है कि कोई कठिनाई या शिकायत की स्थिति में कृषि निदेशालय के दूरभाष नं. 0612-2233555 पर अथवा अपने जिलाधिकारी/ जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें।