बैंक लूटः रेकी के बाद की डकैती, पहचान छिपाने के लिए कोडवर्ड में हो रही थी बात
पटना में गुरुवार को हुई बैंक लूट की वारदात को शातिरों ने एेसे ही अंजाम नहीं दिया। चार महीने पहले खुली बंधन बैंक की शाखा की रेकी की गई फिर लूट की गई।
पटना, जेएनएन। बंधन बैंक के डोर स्टेप सेंटर में डाका डालने वाले अपराधी पूरी तैयारी के साथ आए थे। कैश काउंटर कहां है, सीसीटीवी कैमरा कहां लगा है, कौन सा कर्मचारी कहां कैश मिलान करता है, इसकी पूरी जानकारी डकैतों को पहले से थी। यही कारण है कि महज 10 मिनट में सभी कैश लूटने के बाद कैमरे आदि को नष्ट करने के साथ बैंककर्मियों व ग्राहकों को बंधक बनाकर फरार हो गए।
कर्मियों की कनपटी पर सटाई पिस्टल
बैंक सुबह साढ़े सात बजे खुलता था और शाम चार बजे तक चलता था। अक्सर दोपहर ढाई से तीन के बीच कैश का मिलान किया जाता था। बैंककर्मी ललन ने बताया कि एक साथ सात बदमाश आए थे, जिसमें दो बदमाशों ने हेलमेट लगा रखी थी, जबकि अन्य नकाब में थे। सभी बदमाश आपस में कोड भाषा में बात कर रहे थे। बैंक में घुसते ही एक बदमाश ने कैश काउंटर पहुंच कैशियर को पिस्टल सटाई, दूसरे ने बैग में कैश रखा। तीसरे ने कर्मचारियों और ग्राहक का मोबाइल छीन जेब में रख लिया। चौथे ने सीसीटीवी कैमरा तोड़ा और पांचवें ने डीवीआर उखाड़ लिया। वहीं दो अन्य बदमाश कमरे के बाहर नजर रख रहे थे।
कैशियर को जड़ा थप्पड़, गोली मारने की धमकी
जिस समय बदमाश बैंक सेंटर में घुसे थे उस समय पांच छह ग्राहक मौजूद थे। राधेश्याम और ललन कैश मिलान कर रहे थे। बदमाशों ने जैसे पिस्टल तान कर कैश की डिमांड की ललन कुर्सी से उठ गया। एक बदमाश ने ललन को थप्पड़ जड़ दिया। कुर्सी से हिलने पर गोली मारने की धमकी दी। एक महिला ग्राहक के मोबाइल पर फोन आया गया। बदमाश ने महिला की पिटाई कर उसका भी मोबाइल छीन लिया और स्विच ऑफ कर दिया।
पिछले साल कर्मी से हुई थी लूटपाट
एक बैंककर्मी ने बताया कि पिछले साल बैंक का सेंटर राजीव नगर रोड नंबर 24 में था तब एक कर्मचारी से उस समय लूट हो गई थी, जबकि वह कैश कलेक्शन कर सेंटर पर लौट रहा था। इस मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार भी किया था। पुलिस दीघा और नकटा दियारा के बदमाशों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पूर्व में हुई लूटपाट में संलिप्त बदमाशों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
दो महीना पहले शिफ्ट हुआ था बैंक
चार मंजिला मकान में 11 किराएदार रहते हैं। पहली मंजिल पर बैंक है, जबकिआसपास के कमरे में किराएदार रहते थे। बैंक का किराया साढ़े दस हजार रुपए महीना था और कुल छह कमरे किराए पर लिए गए थे। तीन कमरे में बैंक चल रहा था। इसमें दो में बैंक का ऑफिस था, जबकि एक में मैनेजर बैठता था। वहीं तीन अन्य कमरे में कर्मचारियों का आवास था। दो माह पूर्व यह शाखा राजीव नगर के रोड नंबर 24 में शिफ्ट हुई थी। बैंक का मेन ब्रांच आशियाना नगर के रामनगरी में स्थित है।
पुलिस के पहुंचने के बाद हुई किराएदारों को खबर
हैरानी की बात यह है कि बैंक में डकैती होते रही और बगल के दो कमरे में रह रहे किराएदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी। यहां तक कि आसपास रहने वाले दुकानदारों को भी पता नहीं था। घटना की जानकारी तक हुई, जब मौके पर पहुंच पहुंची। पुलिस बैंक के नीचे किराना की दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो बदमाश बाइक से आए थे। सभी ने बैंक से कुछ दूर पहले ही गली के पास बाइक लगा दी थी। घटना के बाद सभी गली के रास्ते दीघा की तरफ निकल गए। पुलिस कुर्जी मोड़ और दीघा में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
घटना के समय खाना खाने गए थे दो कर्मचारी
पुलिस की पूछताछ में कैशियर राधेश्याम, अजय कुमार और ललन कुमार बैंक में मौजूद थे जबकि रवि कुमार और रंजीत कुछ दूरी पर स्थित वैशाली होटल में खाना खाने गए थे। ललन ने ही रवि कुमार और मैनेजर पिन्टू को फोन पर घटना की सूचना दी। पुलिस दोनों कर्मचारियों से पूछताछ के बाद उनके मोबाइल की जांच कर रही है।