कमरे में चल रहा था गंदा काम, बेगूसराय में सोशल वर्कर के नाटक की वजह से ऐसे खुला इसका राज
बेगूसराय के बलिया थाना क्षेत्र में अनैतिक कार्य कराया जा रहा था। पुलिस ने जाल बिछाया। एक सामाजिक कार्यकर्ता को देह व्यापार केंद्र में ग्राहक बनाकर भेजा गया। इसके बाद पुलिस ने औरंगाबाद की एक किशोरी को वहां से मुक्त कराया।
बलिया (बेगूसराय), संवाद सूत्र। बलिया थाना क्षेत्र के सत्तीचौड़ा रेड लाइट एरिया में मंगलवार की रात पुलिस ने नाटकीय अंदाज में छापेमारी की। इसमें दो संचालिका एवं एक ग्राहक को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां से एक 17 वर्षीय लड़की से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था, उक्त लड़की को बरामद कर लिया गया। लड़की औरंगाबाद की रहने वाली है। वह तीन-चार वर्षों से देह व्यापार के दल-दल में फंसी थी।
ग्राहक बनाकर भेजा गया सामाजिक कार्यकर्ता को
इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रायोजित ढंग से स्वयंसेवी संस्था के सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार को ग्राहक बनाकर कुछ रुपये देकर रेड लाइट एरिया भेजा गया। मनोज कुमार रेड लाइट एरिया पहुंचकर संचालिका को रुपये देकर बात कर रहे थे। इसी दौरान डीएसपी कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह पुलिस बल एवं महिला पुलिस के साथ छापेमारी की। छापेमारी के दौरान ईश्वर खलीफा की दो पत्नी नजमा खातून एवं सुमित्रा देवी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से छह सौ रुपये भी बरामद किए गए जो मनोज कुमार ने उन्हे दिए थे। एक कमरे से आपत्तिजनक हालत में एक किशोरी को बरामद किया गया। साथ ही ग्राहक बछवारा निवासी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।
तीन-चार साल से देह व्यापार के दल-दल में फंसी थी किशोरी
पूछताछ में औरंगाबाद की किशोरी ने बताया कि उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। युवती ने बताया कि तीन चार साल पहले वह अपनी घर औरंगाबाद के जगदीशपुर से ट्रेन से अपनी बहन के यहां जा रही थी, जहां से एक महिला उसे बहला फुसलाकर ले गई। इसके बाद उसे बेच दिया। यहां वह कुछ दिन पूर्व लाई गई है। उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा है। गिरफ्तार ग्राहक की बाइक भी बरामद की गई। इसके अलावा रेड लाइट एरिया के उक्त कमरे से संदिग्ध सामान बरामद हुआ। मामले की प्राथमिकी दर्ज कर दोनों गिरफ्तार संचालिका एवं एक ग्राहक को जेल भेज दिया गया। वहीं बरामद युवती को बयान के लिए कोर्ट भेजा गया है।