केंद्र की गाइडलाइन से प्रवासियों के बिहार आने का रास्ता साफ, CM नीतीश ने PM को कहा थैंक्स, तेजस्वी-चिराग ने कही ये बात
केंद्र की गाइडलाइन से अब दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के बिहार आने का रास्ता साफ हो गया। इसके लिए सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। वहीं तेजस्वी-चिराग भी बोले हैं।
पटना, जेएनएन। केंद्र की गाइडलाइन के बाद अब दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के बिहार आने का रास्ता साफ हो गया है। बुधवार को शर्त के साथ गाइडलाइन जारी कर दी है। इससे अब कोटा समेत अन्य प्रदेशों में फंसे छात्र से लेकर मजदूर तक अब बिहार आ सकते हैं। केंद्र की गाइडलाइन आने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष के आगे झुकी सरकार तो लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने मीडिया से कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार बधाई के पात्र है। उन्होंने यह भी कहा कि अब सीएम से उम्मीद जगी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के उस निर्णय का स्वागत किया है, जिसके तहत लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों, विद्यार्थियों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों व अन्य लोगों के आवागमन को छूट दी गयी है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दिया है। कहा कि यह हमलोगों का आग्रह था और उस पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक निर्णय लिया है। इससे बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे बिहार आने को इच्छुक प्रवासी मजदूर, विद्यार्थीं, श्रद्धालु, पर्यटक तथा अन्य लोगों को यहां आने में सुविधा होगी। इससे इन्हें बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश का अनुपालन जनहित में है। सभी को इसका पालन करना चाहिए। बिहार ने इस मामले में केंद्र द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत जारी दिशा-निर्देशों का हमेशा अनुपालन किया है।
दूसरी ओर, दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की वापसी पर केंद्र सरकार की सहमति मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि अब गाइडलाइन के नियमों का बहाना नहीं चलेगा। बाहर फंसे लोगों को लाने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार को बताना चाहिए कि लाखों छात्रों एवं कामगारों को कबतक लाना है। उन्होंने कहा कि बाहर फंसे बिहारियों की संख्या सरकार करीब 25 लाख बता रही है, लेकिन मेरा मानना है कि यह 40 लाख तक हो सकती है। अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारियों को तुरंत लाने की व्यवस्था करनी चाहिए और बिहार में उन्हें क्वारंटाइन कराना चाहिए। मास्क, दवाओं एवं अच्छी सुविधा के साथ रखा जाना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि कामगारों एवं छात्रों के हक में राजद की ओर से लगातार मांग की जा रही थी। अब जाकर सफलता मिली है।
उधर, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी कामगारों व विद्यार्थियों के अंतरराज्यीय मूवमेंट को ले जारी निर्देश स्वागतयोग्य है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बाहर फंसे बिहार के लोगों को बिहार लाए जाने की व्यवस्था करें। चिराग ने कहा कि प्रवासियों की समस्या को ले उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मंगलवार को बात की थी। उन्होंने मुझे सकारात्मक आश्वासन दिया था। आखिरकार प्रवासियों के दर्द को समझ कर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बधाई देते हैैं। समस्या इतनी गंभीर थी कि मुंबई और सूरत में प्रवासियों ने घर पहुंचाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था।