तेज बारिश से BSNL की दीवार गिरी, मलबे में दबे एक ही परिवार के आठ लोग; दो बच्चों की मौत
बिहार में मानसून ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। राजधानी पानी-पानी हो गयी है। वहीं तेज बारिश के कारण दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई।
By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 09:43 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 05:11 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। भारी बारिश के बीच अचानक एक दीवार गिर पड़ी और देखते-देखते मलबे के नीचे आठ लोग दब गए। उनमें दो बच्चों की मौत हो गई। आधा दर्जन घायलों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में चल रहा है। सचिवालय थाना अंतर्गत यारपुर गुमटी के समीप बीएसएनएल (बिहार संचार निगम लिमिटेड) कार्यालय की बाहरी दीवार के साथ सटे कच्चे मकान के ढहने का यह हादसा मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे का है।
मृतकों की पहचान सुरेश मलिक की दो वर्षीय बेटी बेबी और उसकी बहन रीना के डेढ़ वर्षीय बेटे सूरज उर्फ विशाल के रूप में हुई है। घटना से आक्रोशित लोग मुआवजे की मांग को लेकर रह-रहकर हंगामा करते रहे। रात करीब 10 बजे एडीएम और सदर एसडीओ ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर हंगामा को शांत किया। देर रात तक घटनास्थल से मलबा हटाने का काम जारी रहा।
पटना के भिखारी ठाकुर पुल के नीचे एक हार्डिंग रोड में बीएसएनएल के वरिष्ठ उपमहानिदेशक का कार्यालय है। उसके पीछे यारपुर गुमटी है। करीब दो दशक से कार्यालय के उत्तरी छोर पर बाउंड्री से सटाकर सुरेश मलिक ने कच्चा मकान बनवा रखा था। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण उत्तरी छोर की बाउंड्री की लगभग 70 फीट लंबी और आठ फीट ऊंची दीवार सुरेश के कच्चे मकान के साथ ढह गई।
इसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद कुछ औरतें बेबी को गोद में लेकर सचिवालय थाने पर गईं। इसके बाद सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। नगर निगम की जेसीबी मंगवा कर मलबा हटाने का काम शुरू हुआ और पुलिस की गाड़ी से घायलों को पीएमसीएच भेजा गया।
मृतकों की पहचान सुरेश मलिक की दो वर्षीय बेटी बेबी और उसकी बहन रीना के डेढ़ वर्षीय बेटे सूरज उर्फ विशाल के रूप में हुई है। घटना से आक्रोशित लोग मुआवजे की मांग को लेकर रह-रहकर हंगामा करते रहे। रात करीब 10 बजे एडीएम और सदर एसडीओ ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर हंगामा को शांत किया। देर रात तक घटनास्थल से मलबा हटाने का काम जारी रहा।
पटना के भिखारी ठाकुर पुल के नीचे एक हार्डिंग रोड में बीएसएनएल के वरिष्ठ उपमहानिदेशक का कार्यालय है। उसके पीछे यारपुर गुमटी है। करीब दो दशक से कार्यालय के उत्तरी छोर पर बाउंड्री से सटाकर सुरेश मलिक ने कच्चा मकान बनवा रखा था। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण उत्तरी छोर की बाउंड्री की लगभग 70 फीट लंबी और आठ फीट ऊंची दीवार सुरेश के कच्चे मकान के साथ ढह गई।
इसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद कुछ औरतें बेबी को गोद में लेकर सचिवालय थाने पर गईं। इसके बाद सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। नगर निगम की जेसीबी मंगवा कर मलबा हटाने का काम शुरू हुआ और पुलिस की गाड़ी से घायलों को पीएमसीएच भेजा गया।
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