'ओरी चिरैया' में दिखा महिलाओं का संघर्ष
यशस्वी रंगकर्मी शहीद सफदर हाशमी को समर्पित और सूत्रधार द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय नुक्कड़ नाट्य महोत्सव का समापन
पटना। यशस्वी रंगकर्मी शहीद सफदर हाशमी को समर्पित और सूत्रधार द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय नुक्कड़ नाट्य महोत्सव का सोमवार को रंगारंग समापन हुआ। अंतिम दिन का आगाज सूत्रधार के कलाकारों द्वारा सूफी एवं लोक गीतों की प्रस्तुति से हुई। आगत अतिथियों का स्वागत एवं दर्शकों का अभिवादन करते हुए संस्था के महासचिव वरिष्ठ रंगकर्मी नवाब आलम ने सूत्रधार की 41 वर्ष की रंग-यात्रा के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम के संयोजक रंगकर्मी उदय कुमार ने सफदर हाशमी के नुक्कड़ नाटकों पर चर्चा की। नुक्कड़ नाटक कई प्रयोगों से गुजरता हुआ आज आम जनता से सीधे संवाद बनाने का बेहतर माध्यम बन गया है। मुख्य अतिथि के रूप में पाटलिपुत्र के सासद रामकृपाल यादव ने कहा कि सूत्रधार का यह प्रयास एक दिन बड़ा स्वरूप लेगा। नुक्कड़ नाटक समाज को आईना दिखाता है। अंतिम दिन की पहली प्रस्तुति पटना की संस्था ओ वुमनिया द्वारा 'ओरी चिरैया' की हुई। रूबी खातून द्वारा लिखित एवं निर्देशित इस नाटक में समाज में महिलाओं की स्थिति को बड़े ही मार्मिक ढंग से दर्शाया गया। कलाकारों में लक्ष्मी राजपूत, फिजा निगार, पूनम कुमारी, रवि कुमार, तुषार, आकर्ष, अभिषेक राजिव थे। दूसरी प्रस्तुति आयोजक संस्था सूत्रधार द्वारा 'राजा की भैंस' की प्रस्तुति हुई। उदय कुमार लिखित एवं निर्देशित इस नाटक में पुलिस प्रशासन व्यवस्था की खामियों के बीच पिसते आमजनों की पीड़ा को बड़े रोचक ढंग से दर्शाया गया। कलाकारों में अनिल सिंह, अंबुज कुमार, बीरेंद्र ओझा, पल्लवी प्रियदर्शनी, आकाछा प्रियदर्शिनी, शिखा, त्रिभुवन यादव, भोला सिंह, प्रमोद सोनी, राजीव रंजन त्रिपाठी, शिवम आदि ने अपने अभिनय से समा बाधे रखा। इस दौरान प्रसिद्ध नृत्यागना नेहा एस. प्रसाद ने आयोजन की सराहना की।
रंग-गुलाल के साथ कार्यक्रम का समापन
समापन समारोह में रंग-गुलाल के साथ रंगीन होली के गीतों की भी प्रस्तुति हुई। सांसद ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर होली का स्वागत किया और सभी को शुभकामनाएं दीं। समारोह को भाई सनोज यादव, सुजीत कुमार, विनोद शकर मिश्र, अनिल कुमार, प्रसिद्ध यादव, विजय सिन्हा, अंबिका सिन्हा आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी संस्थाओं, कलाकारों, अनुदानदाताओं और पत्रकारों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाणपत्र भेंट किया गया।