काल रिकार्ड और सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा आया की हत्या का राज
महिला के स्वजनों में पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त है। महिला के पिता ने मकान मालिक शैलेंद्र कुमार सिन्हा और दानापुर रेलवे में जूनियर इंजीनियर (जेई) व किराएदार हरे कृष्ण मुरारी पर दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। स्वजनों का कहना है कि दोनों वारदात के बाद अपने घर पर ही थे मगर पुलिस के सामने से फरार हो गए।
पटना। दक्षिणी चित्रगुप्त नगर के सिन्हा भवन की तीसरी मंजिल से 36 वर्षीय आया (बच्चों का देखभाल करने वाली महिला) लटकता शव मिलने के मामले में 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस ने बुधवार रात पुलिस ने महिला के घर पहुंचकर उसके पिता और बेटियों से बात की। महिला के स्वजनों में पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त है। महिला के पिता ने मकान मालिक शैलेंद्र कुमार सिन्हा और दानापुर रेलवे में जूनियर इंजीनियर (जेई) व किराएदार हरे कृष्ण मुरारी पर दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। स्वजनों का कहना है कि दोनों वारदात के बाद अपने घर पर ही थे, मगर पुलिस के सामने से फरार हो गए। ऐसे में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता। वहीं, पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किए जाने की बात कह रही है।
------------
तकनीकी जांच पर पुलिस
की टिकी निगाहें
पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला के मोबाइल को जब्त कर एफएसएल भेज दिया गया है। उसकी काल रिकार्ड खंगाली जा रही है। साथ ही इलाके में लगा सीसीटीवी फुटेज भी देखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि घटनास्थल पर पहुंची एफएसएल की टीम ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है। उसमें महिला के अंगवस्त्र पर सीमेन मिलने की पुष्टि की गई है। वहीं, प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी शारीरिक संबंध बनाए जाने की बात कही गई है। हालांकि, अधिकारी अभी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
--------
इस थ्योरी पर भी जांच
कर रही पुलिस
एक अधिकारी के मुताबिक, पुलिस आत्महत्या की बिदु पर भी छानबीन कर रही है। संभव है कि महिला किसी से मिलकर रात में हरे कृष्ण मुरारी के फ्लैट में काम करने आई। वह किसी बात को लेकर काफी परेशान रही होगी। जब मुरारी और उनकी पत्नी व बच्चे सो रहे थे। तभी महिला ने जान देने की ठान ली। उसे सीलिग की खूंटी से फंदा लगाने में कठिनाई हो रही होगी तो उसने बालकनी की रेलिग की ग्रिल से दुपट्टे का छोर बांध दिया और बाहर की तरफ कूद गई। उसका सिर बालकनी की बाउंड्री से टकराया, जिसकी वजह से सिर में खून जम गया। हालांकि, अब तक इस थ्योरी को पुख्ता करने के प्रमाण नहीं मिले हैं।
------------
मां ने नहीं खलने दी पिता की कमी
महिला की मौत से बदहवास चारों बेटियों की आंखें रोते-रोते सूज गई थीं। उन्होंने कहा कि सिर से पिता का साया काफी पहले उठ गया, लेकिन मां ने कभी उनकी खलने दी। हरेक जरूरत का ख्याल रखा और अपनी हैसियत के मुताबिक धूमधाम से चारों बहनों की शादी कराई। वहीं, महिला के पिता ने कहा कि वह बेटे से बढ़कर थी। काम पर जाने से पहले खाना और दवाइयां निकालकर जाती थीं। दामाद भी महिला की मौत से मर्माहत दिखे।