प्रधानमंत्री की बातों ने दिया जीवन में जीत का हौसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल हुए बिहार के लाल
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में शामिल होने वाले बिहार के अलग-अलग हिस्सों के छात्र-छात्रा इस खास मौके को लेकर काफी उत्साहित रहे। छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री के साथ सीधे संवाद में उपस्थित होकर खुद को काफी गौरवान्वित महसूस किया। प्रधानमंत्री के काफी नजदीक रहकर उनकी प्रेरणादायी बातें सुनना तमाम विद्यार्थियों को परीक्षा से ठीक पहले के कठिन वक्त को आसान कर गया। जागरण ने कार्यक्रम में शामिल छात्र-छात्राओं से उनकी राय जानने की कोशिश की। सभी छात्र-छात्राओं का कहना है कि इस कार्यक्रम के बाद न सिर्फ परीक्षा की तैयारी में बल्कि जीवन पथ पर जीत हासिल करने में मदद मिलेगी।
------------ 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में शामिल होने का अहसास अभूतपूर्व था। प्रधानमंत्री को इतनी नजदीक से सुनने का मौका मिला। उनकी कही बातें आगे बढ़ने में सहायक होंगी।
- शशांक झा, केंद्रीय विद्यालय, समस्तीपुर।
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प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने का अनुभव काफी आनंददायक रहा। कार्यक्रम से जीवन के कई प्रश्न हल होंगे। 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में शामिल होकर बहुत खुश हूं।
- प्रियांशु साहा, केंद्रीय विद्यालय, पूर्णिया।
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'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में चयनित होने का मुझे गर्व है। पीएम नरेंद्र मोदी जी को नजदीक से देखने का मौका मिला। उन्होंने हमें बहुत सी बातें बताई और छात्रों के सवालों के जवाब दिए।
- स्नेहा कुमारी, केवी, बीएसएफ, किशनगंज।
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पहले पीएम हैं जिन्होंने परीक्षा के दौरान छात्रों के बीच के दबाव को समझा। मेरे दृष्टिकोण से 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम शुरू करना बहुत अच्छा है। प्रधानमंत्री की बातें सुनने के बाद मुझे प्रेरणा मिली।
- सोनल रंजन, केंद्रीय विद्यालय, बेली रोड, पटना।
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मैं इस आयोजन को लेकर बहुत उत्साहित था। प्रधानमंत्री ने हमें नैतिक मूल्यों के प्रति आगाह किया। उन्होंने कई सलाह भी दी जो 10 वीं बोर्ड की परीक्षा में मेरे लिए लाभकारी है।
- कार्तिक रमण, केंद्रीय विद्यालय, बेली रोड, पटना।
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'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम एक बड़ा सुखद अनुभव है। परीक्षा का सामना करने वाले छात्रों के लिए यह रामबाण के समान है। इससे नई ऊर्जा मिलेगी।
- विकास कुमार, केंद्रीय विद्यालय, बीएसएफ, किशनगंज।
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प्रधानमंत्री से सीधे सवाल नहीं पूछने का दुख है, लेकिन पीएम को सुनकर उत्साह के चरम पर पहुंच गया था। प्रश्नों का चयन काफी प्रभावशाली था। हमलोगों की सभी समस्याओं को इसमें दूर कर दिया गया।
- शुभम कुमार, केंद्रीय विद्यालय, कंकड़बाग।
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पीएम के शब्दों ने काफी प्रेरणा दी। विशेष रूप से ज्वलंत नियम व विनियमों के बारे में बातें काफी पसंद आयीं। उनकी बातें जीवन में हमेशा सीख देंगी।
- श्रुति दास, केंद्रीय विद्यालय, किशनगंज।
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'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में शामिल होकर अभिभूत हूं। उनकी सफलता और असफलता की बातों ने मन को काफी प्रेरित किया। इससे हमें आगे बढ़ने में काफी सहायता मिलेगी।
- अदिति राज, केंद्रीय विद्यालय, एनटीपीसी, कहलगांव
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परीक्षा के अंक ही जिंदगी नहीं हैं। प्रधानमंत्री के शब्दों ने काफी प्रेरणा दी। इससे हमें कक्षा व पढ़ाई में काफी आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी।
- सौरव कुमार, केंद्रीय विद्यालय, हाजीपुर।
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'परीक्षा पे चर्चा' में शामिल होकर खुद को भाग्यशाली समझ रहा हूं। कार्यक्रम से यह अनुभव हुआ कि जो छात्र परीक्षा के कारण उदास हो जाते थे, वह अब ऐसा नहीं करेंगे।
- प्रशांत कुमार, केंद्रीय विद्यालय, खगौल।
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'परीक्षा पे चर्चा' से काफी सीख मिली। इसमें उन सभी प्रश्नों का जवाब मिला, जिन प्रश्नों को लेकर परीक्षा के दौरान छात्र अधिक परेशान रहते है। कार्यक्रम से डर को जीत लिया।
- आयुष कुमार, केंद्रीय विद्यालय, बेला, सारण।
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आयोजन का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं। छात्रों को परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास को बढ़ाने को लेकर टिप्स दिए। उन्होंने सभी शंकाओं व जिज्ञासा को दूर किया।
- दीक्षा सिंह, केंद्रीय विद्यालय, दानापुर कैंट।
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परीक्षा एक पड़ाव है, जिंदगी का अंत नहीं। प्रधानमंत्री ने छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों को भी काफी सीख दी है। यह कार्यक्रम जीवन में हमेशा याद रहेगा।
- नव्या रंजन, ओपन माइंड्स ए बिड़ला स्कूल, कंकड़बाग।
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