थानेदारनी बनने के लिए युवती पहुंची राजगीर पुलिस एकेडमी, वर्दी तो मिली नहीं लेकिन जाना पड़ा जेल
थानेदारनी बनने का सपना पाले एक युवती बुधवार को बिहार पुलिस एकेडमी पहुंची सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग लेने। लेकिन यहां पहुंचने पर उसे वर्दी तो मिली नहीं उलटे जेल की हवा खानी पड़ी। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।

राजगीर, संवाद सहयोगी। एक युवती मन में दारोगा (Sub Inspector) बनने का सपना पाले राजगीर स्थित पुलिस एकेडमी (Ragir Police Academy) पहुंच गई। लेकिन वहां पहुंचने पर उसके होश उड़ गए। यूं कहें कि उसकी चोरी पकड़ी गई या वह किसी साजिश का शिकार हो गई। दरअसल यहां पता चला कि उसका ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है। इसके बाद उसे जेल की हवा खानी पड़ी। गिरफ्तार युवती कैमूर जिले की बताई जा रही है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि वह किसी साजिश के तहत खुद यहां पहुंंची थी अथवा उसके साथ किसी गिरोह ने यह बड़ी ठगी की है। वैसे यह बात सामने आ रही है कि उसने यह ज्वाइनिंग लेटर फर्जी तरीके से बनवाया था। पुलिस अब गिरोह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। हो सकता है कि कुछ और ऐसे फर्जी ज्वाइनिंग लेटर वाले पहुंचे होंगे।
कैमूर जिले की रहने वाली है युवती
बताया जाता है कि बुधवार को कैमूर के सूरत सिंह की पुत्री पूजा कुमारी ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंची। वह खुद को सब इंस्पेक्टर पद में सफल है। लेकिन उसकी नियुक्ति पत्र पड़ पुलिस एकेडमी के अधिकारियों को संदेह हुआ। एकेडमी के पदाधिकारियों ने इस नियुक्ति पत्र की जांच की तो पता चला कि यह फर्जी है। इसकी सूचना छबीलापुर थाने को दी गई। पुलिस ने पहुंचकर लड़क काे गिरफ्तार कर लिया।
डेढ़ लाख रुपये में खरीदा था नियुक्ति पत्र
बता दें कि 2019 बैच के सफल अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र मिलने के बाद राजगीर पुलिस एकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने पहुंच रहे हैं। इन्हीं के बीच पूजा कुमारी भी वहां पहुंच गई। जांच के बाद नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया तब उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी में सामने आई कि दो सेटरों से डेढ़ लाख रुपये में नियुक्ति पत्र उसने खरीदी थी। ज्वाइनिंग के बाद आठ लाख रुपये देने की बात तय हुई थी। छबीलापुर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।

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