बिहार में लॉकडाउन को ठेंगा दिखा हुई थी मछली पार्टी, शामिल होने वाले एसडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई शुरू
कोरोना को देखते हुए राज्य में प्रभावी किए गए लॉक डाउन के बीच मछली पार्टी में शामिल होने वाले जहानाबाद के एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू। जानें।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना को देखते हुए राज्य में प्रभावी किए गए लॉक डाउन के बीच मछली पार्टी में शामिल होने वाले जहानाबाद के एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। प्रभात भूषण पर आरोप है कि वे लॉक डाउन में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के एक निजी स्टाफ के घर मछली पार्टी में शामिल हुए थे। आरोप की पुष्टि होने के बाद उन्हें 19 अप्रैल को ही निलंबित कर दिया गया था।
अब इस मामले में गृह विभाग ने उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की है। प्रभात भूषण श्रीवास्तव को अपनी सफाई देने का मौका दिया गया है। यदि सरकार उनके जवाब से संतुष्ट होती है तो वे बड़ी कार्रवाई से बच सकते हैं। सरकार ने आदेश में स्पष्ट किया है कि यदि वे अपना जवाब निर्धारित समय में नहीं देंगे तो सरकार एक पक्षीय कार्रवाई करने को स्वतंत्र होगी।
गौरतलब है कि जहानाबाद जिला अंतर्गत मखदुमपुर प्रखंड के सुगांव गांव में लॉकडाउन के दौरान 15 अप्रैल को सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था। भोज में जहानाबाद के एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव, बीईओ, बीडीओ सहित जिले के कई वरीय अधिकारी और आसपास के 100 से अधिक लोग शामिल हुए थे।
सामूहिक भोज का आयोजन पिंटू यादव ने किया था। पिंटू यादव शिक्षा मंत्री का उस समय निजी सचिव था। मामला मीडिया में आने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई। उस समय डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के आदेश पर कार्रवाई हुई। पुलिस ने पिंटू यादव के घर को घेर लिया। हालांकि वह घर के पीछे की चारदीवारी फांदकर भागा, लेकिन पकड़ा गया।
बाद में एसपी ने इसे गंभीरता से लिया और लॉकडाउन आदेश की धज्जियां उड़ा कर जहानाबाद में पार्टी करने के आरोप में पिंटू कुमार और एसडीपीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पिंटू यादव से जहानाबाद के एसपी मनीष ने पूछताछ भी की थी। वहीं इस मामले कई अधिकारियों पर भी गाज गिरी थी।