ठंड से बचने के लिए बोरसी जलाकर सोया था परिवार, दम घुटने से एक की मौत, पांच पहुंचे अस्पताल
बंद कमरे में बोरसी के धुएं के कारण दम घुटने से मौत की घटनाएं थम नहीं रही हैं। एक दिन पहले भोजपुर में हुई घटना के बाद अब नालंदा के अस्थावां में दर्दनाक हादसा हो गया है। अस्थावां थानाक्षेत्र के अंदी गांव में यह घटना हुई है।
अस्थावां (नालंदा), संवाद सूत्र। बंद कमरे में बोरसी के धुएं के कारण दम घुटने से मौत की घटनाएं थम नहीं रही हैं। एक दिन पहले भोजपुर में हुई घटना के बाद अब नालंदा के अस्थावां में दर्दनाक हादसा हो गया है। अस्थावां थानाक्षेत्र के अंदी गांव में यह घटना हुई है। दम घुटने से सात साल के एक बच्चे की मौत हो गई। मृतक बालक अंकित कुमार था। वह राजीव राम का पुत्र था। पांच लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। इनमें राजीव राम की 29 वर्षीय पत्नी, दस वर्षीय पुत्री सोनाली कुमारी, अरुण राम की 11 वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी, 13 वर्षीय पुत्र जितेंद्र कुमार व सोहन राम की 40 वर्षीय पत्नी ललन देवी शामिल हैं। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
देर रात धुएं से घुटने लगा दम
अरुण कुमार ने बताया कि उनकी भाभो मधु देवी की तबियत खराब थी। सभी लोग जगे हुए थे। एक कमरे में उनकी मां थी। सभी लोग उसी कमरे में सो रहे थे। उस कमरे में बोरसी जल रही थी। ठंड के कारण दरवाजा बंद था। अचानक बोरसी से काफी धुआं निकलने लगा इससे सभी का दम घुटने लगा। इसी दौरान अंकित की मौत हो गई। अन्य सभी की हालत बिगड़ गई। इसके बाद घर में चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर गांव के लोग पहुंचे। इसके बाद गांव के लोगों की मदद से सभी को लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां तुरंत इलाज शुरू किए जाने से सभी की जान बच गई। अंकित को मृत घोषित कर दिया गया। चिकित्सक डा. विश्वजीत कुमार ने बताया कि सभी की स्थिति खतरे से बाहर है।
थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि देर रात घटना की सूचना मिली थी। इसके तुरंत बाद पुलिस को वहां भेजा गया। लेकिन तब तक गांव के लोग सभी को टेंपो में लादकर अस्पताल पहुंचा चुके थे। जितने भी इलाजरत हैं उनकी स्थिति खतरे से बाहर है।