विपक्ष के बिना ही चली बिहार विधानसभा की पूरी कार्यवाही, अग्निपथ योजना पर होता रहा हंगामा
Bihar Assembly Monsoon Session अग्निपथ योजना पर विधानसभा में लगातार तीसरे दिन भी हंगामा विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर के बाहर धरने पर बैठे रहे विपक्षी विधायक करते रहे नारेबाजी। अध्यक्ष व डिप्टी सीएम के बुलाने पर भी नहीं आए।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र (Bihar Monsoon Session) के तीसरे दिन बुधवार को भी एकजुट विपक्ष अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर सदन में विशेष चर्चा कराने की मांग पर अड़ा रहा। विधानसभा में विपक्ष की सारी सीटें खाली पड़ी थीं। सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही राजद, कांग्रेस, वाम दल समेत संपूर्ण विपक्ष के सदस्य सदन के बाहर ही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के चैंबर के सामने धरना पर बैठ गए। हंगामा और नारेबाजी करते रहे। यूं कहें कि विधानसभा की कार्यवाही का पूरे विपक्ष ने बहिष्कार किया। इधर, सदन के अंदर कार्यवाही चलती रही। सिर्फ भाजपा, जदयू और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के सदस्य ही सदन में मौजूद रहे।
मनुहार के बाद भी सदन में नहीं आया विपक्ष
सदन में आने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से लेकर सरकार के प्रतिनिधियों तक ने विपक्षी सदस्यों से बार-बार आग्रह किया, जिसका कोई असर नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए विपक्ष से सदन में आने और प्रश्नकाल में भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह सदन सार्थक विमर्श के लिए तैयार है। लोकतंत्र के जिस मंदिर में हम बैठे हैं, वह राज्य की 12 करोड़ जनता की भावनाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी आसन के माध्यम से विपक्ष के सदस्यों से सदन में आने की अपील की।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदन में नहीं होने से सरकार भी अधूरी लग रही और सदन में खालीपन का अहसास हो रहा है। विपक्ष के जो लोग बाहर हैं, वे सदन में आकर आसन ग्रहण करें। संसदीय जनतंत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर इसकी खूबसूरती बढ़ाते हैं। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी विपक्ष के सदस्यों से सदन में आने की अपील की। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सभी सदस्यों का दायित्व है कि वे सदन की कार्यवाही में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
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