वर-वधू ले रहे थे सात फेरे, उसी वक्त सारण के इस गांव में घुस गया गंडक का पानी, ऐसे करनी पड़ी विदाई
सारण जिले के तरैया में एक शादी के दौरान रात में ही गांव चाराें ओर से गंडक नदी से आए पानी से घिर गया। किसी तरह शादी की रस्मअदायगी की गई। इसके बाद सुबह में विदाई के समय समस्या आ गई।
तरैया(सारण), संवाद सूत्र। सारण जिले के तरैया के निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति हो गई है। अचानक पानी इतना बढ़ गया कि दूल्हा-दुल्हन की नाव से विदाई करनी पड़ी। दरअसल प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र के सगुनी-रामपुररुद्र 61 गांव में गुरुवार शाम बरात आई थी। अचानक रात में गंडक नदी का पानी फैलने से बाढ़ जैसे हालात हो गए। तब शुक्रवार की सुबह नाव से दूल्हा-दुल्हन की विदाई की गई।
नाव से की गई वर-वधू की विदाई
गांव के दिलीप सहनी की पुत्री की शादी थी। मशरक के चैनपुर चरिहारा से बरात आई थी। तब तक सबकुछ ठीक था। रात में भोजन करने के बाद कुछ बराती लौट भी गए। इधर रात में ही गंडक उफनाने लगी थी। इधर शादी की रस्म अदायगी हो रही थी। उधर नदी का पानी गांव में फैलने लगा था। पानी फैलने की खबर मिलते ही शादी की प्रक्रिया तेजी से निपटाई गई। तब तक पानी काफी बढ़ गया था। गांव में पानी फैल चुका था। सुबह में विदाई के समय गाड़ी निकलने की स्थिति नहीं थी। तब नाव से ही दूल्हा-दुल्हन और कुछ बरातियों को विदा किया गया।
सकुशल गंतव्य तक पहुंच गए दूल्हा-दुल्हन
लड़की के पिता ने बताया कि बरातियों के स्वागत और भोजन तक पानी नहीं आया था। लेकिन देर रात पानी अचानक गांव में प्रवेश कर गया। सुबह तक ऐसी स्थिति हो गई कि गाड़ी निकल नहीं सकती थी। तब नाव से विदाई की गई। नाव से विदा करते समय चिंता सता रही थी। लेकिन सभी सकुशल अपने गंतव्य तक पहुंच गए। इसकी खबर मिलने के बाद सभी ने चैन की सांस ली।
गौरतलब है कि पश्चिम चंपारण में भी इसी तरह की स्थिति हो रही है। यहां नाव से ही दूल्हा औरा बराती पहुंच रहे हैं। खासकर सिकरहना नदी का पानी फैल जाने से ऐसा हो रहा है। यहां भी शादियों के बाद नाव से ही विदाई करनी पड़ी थी।