पटना के बड़े अस्पताल के ओटी में लगा दीमक, आंखों का ऑपरेशन बंद होने से लौट रहे मरीज
एनएमसीएच के नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर के दरवाजे खिड़की और दीवार में दीमक लग जाने के कारण मरीजों का ऑपरेशन नहीं शुरू हो पा रहा है। विभाग के ओपीडी में आने वाले गरीब मरीजों को लौटना पड़ रहा है।
पटना, जेएनएन। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर के दरवाजे, खिड़की और दीवार में दीमक लग जाने के कारण मरीजों का ऑपरेशन नहीं शुरू हो पा रहा है। विभाग के ओपीडी में आने वाले गरीब मरीजों को लौटना पड़ रहा है। कोरोना मरीज के इलाज के साथ सामान्य मरीजों का सभी विभागों में इलाज शुरू होने के डेढ़ माह बाद भी ऑपरेशन शुरू नहीं होने से मरीजों और उनके स्वजनों की परेशानी बढ़ी हुई है।
चिकित्सा व्यवस्था में आई खमियों से बंद है ऑपरेशन
एनएमसीएच के मार्च में कोरोना अस्पताल घोषित होने के बाद से यहां सामान्य मरीजों का इलाज व ऑपरेशन सात महीनों तक बंद रहा। इसके बाद सामान्य मरीजों का इलाज तो शुरू हुआ लेकिन चिकित्सा व्यवस्था में आई कई खामियों के कारण ऑपरेशन अभी भी बंद है।
ओटी की जांच कराई जाएगी
नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि ओटी के दरवाजे, खिड़की और दीवार पर लगे दीमक को खत्म करने के लिए अधीक्षक की ओर से छिड़काव कराया गया है। कोविड घोषित होने के बाद सामान्य हुई चिकित्सा व्यवस्था को मरीजों के लिए सुरक्षित करने के लिए ओटी की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद मरीजों का ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
ओटी चालू नहीं होने से अभी ऑपरेशन नहीं हो पाएगा
इधर ओपीडी में आए कई मरीजों और उनके स्वजनों ने बताया कि आंखों का ऑपरेशन कराना बेहद जरूरी है। तकलीफ दिनों दिन बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ओटी चालू नहीं होने से अभी ऑपरेशन नहीं हो पाएगा। इसके लिए इंतजार करना होगा।
इसी सप्ताह शुरू होगा ऑपरेशन
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि नेत्र रोग विभाग की ओटी में लगे दीमक को समाप्त कर व्यवस्था ठीक करने के लिए बीएमएसआइसीएल को लिखा गया है। ओटी की जांच व रिपोर्ट आने के बाद इसी सप्ताह आंखों का ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।