Bihar Chunav 2020: राजद-कांग्रेस में बढ़ी और तनातनी, शिवानंद के बयान पर भड़की कांग्रेस
Bihar Chunav Goernment Formation कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद बोले राजद नेता शिवानंद तिवारी की भाषा भाजपा नेता गिरिराज और शाहनवाज जैसी जिस पार्टी में रहे उसी का किया बंटाधार कांग्रेस नेताओं ने कहा- उनके बयान से महागठबंधन की एकजुटता पर पड़ेगा असर
पटना, जेएनएन। बिहार में एक ओर जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रदेश नई सरकार गठन की ओर बढ़ रहा वहीं दूसरी ओर चुनाव में पराजित रहे महागठबंधन के नेता आपसे में उलझे पड़े हैं। राजद नेता शिवानंद तिवारी के ताजा बयान के बाद कांग्रेस के तेवर और सख्त हो गए हैं। चुनाव समन्वय समिति के सदस्य और कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने शिवानंद तिवारी का बयान आने के बाद उन पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवानंद तिवारी भाषा की मर्यादा भूल चुके हैं। शिवानंद तिवारी का बयान भाजपा नेता गिरिराज सिंह और शाहनवाज हुसैन जैसे नेताओं से मेल खाता बयान हैं। कांग्रेस नेता ने राजद नेता शिवानंद तिवारी को सलाह दी है किसे ऐसे बयानों से परहेज करें। उन्होंने कहा गठबंधन का एक धर्म होता है जिसका पालन सभी को करना होता है। मिश्रा ने राजद को सलाह दी है कि वह ऐसे नेताओं के बयान पर लगाम लगाए।
बिहार में नई सरकार के गठन से जुड़े लाइव अपडेट
जिसके साथ रहते हैं उसी का बंटाधार करते हैं
दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा शिवानंद तिवारी ऐसे नेता हैं जो जिसके साथ रहते हैं उसी का बंटाधार करते हैं। शिवानंद तिवारी जैसे नेता की वजह से ही आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जेल की सलाखों के पीछे हैं। राठौर ने कहा कि चुनाव में पराजय के बाद शिवानंद तिवारी ऐसे बयानों के जरिये अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना चाहते हैं। असल मे सक्रिय राजनीति से वे अब बिसरा दिए गए हैं। जिनके बयानों का अब कोई मतलब नहीं है।
पराजय के साथ ही शुरू हो चुका है राजद-कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध
दरअसल राजद-कांग्रेस के बीच यह वाकयुद्ध चुनाव में पराजय के साथ ही शुरू हो चुका था। हमला राजद की ओर से किया गया। राहुल गांधी की कम चुनावी सभाएं और प्रियंका गांधी के चुनाव मैदान में ना उतरने से नाराज शिवानंद ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। इसके बाद गठबंधन में शामिल वामदलों ने भी बिहार में महागठबंधन की सरकार ना बनने की ठीकरा कांग्रेस पर ही फोड़ा था। पहले तो कांग्रेस ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए मौन साधे रखा पर अब पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा के साथ ही प्रेमचंद्र मिश्रा को आगे कर पार्टी ने राजद के आरोपों का जवाब देना शुरू कर दिया हैं।