जनता दरबार में लालू अवतार में दिखे तेजप्रताप, कहा- JDU को बस लालू फैमिली दिखती है
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव अपने जनता दरबार में बिल्कुल अपने पिता की रौ में नजर आए। उन्होंने अपने ही कार्यकर्ता को जमकर फटकार लगाई।
पटना, जेएनएन। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय में जनता दरबार को लेकर आज फिर रौनक दिखी और जनता दरबार में फरियादियों की समस्या सुनते हुए तेजप्रताप यादव अपने पिता लालू यादव की तरह पूरी रौ में दिखे।इस दौरान रमेश नाम के एक व्यक्ति की शिकायत पर तेजप्रताप अपने ही एक कार्यकर्ता पर भड़क गये।
दरअसल उस व्यक्ति ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता ही उन्हें परेशान कर रहे हैं। इसके बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा इतना बढ़ गया और उन्होंने दो टूक कह दिया कि चाहे कोई भी हो, चाहे राजद का हो, जदयू का हो या बीजेपी का, अगर कोई गलत करेगा तो उसके खिलाफ वे कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने कहा कि बहुत दुख की बात है कि अपनी ही पार्टी के लोग आम जनता को परेशान करते हैं और पार्टी को बदनाम कर रहे हैं। इस दौरान तेज प्रताप ने संबंधित थानेदार को फोन लगाया और उस व्यक्ति की समस्या दूर करने को कहा।
साथ ही तेज प्रताप यादव ने पार्टी के उस नेता के बारे में भी कहा कि अगर उनकी ओर से भी गलती हुई है तो उसे तुरंत सुधारें और इस व्यक्ति की समस्या का समाधान तुरंत किया जाये, नहीं तो ऐसे नेता पर कार्रवाई से भी वह नहीं हिचकेंगे। इस दौरान तेज प्रताप पूरी तरह लालू यादव के रोल में दिखे और उनकी तरह ही लोगों की समस्याएं सुनते रहे और तुरंत संबंधित लोगों को फोन लगाकर निर्देश देते दिखे।
जदयू पर बोला हमला-ये लोग बस हमारे पीछे पड़े रहते हैं
पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव अपने वादे के अनुसार राजद के पार्टी दफ्तर पहुंचे और जनता दरबार लगाया। तेजप्रताप ने फरियाद सुनने के साथ ही जदयू पर भी जमकर हमला बोला। इसके साथ ही कहा कि इन लोगों का जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं है। वे बस लालू फैमिली को परेशान करने में लगे हैं।
वहीं, मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होंने जदयू पर भी हमला किया और कहा कि राज्य में अपराध इतना बढ़ गया है। लेकिन, सरकार का ध्यान जनता के सुख-दुख पर नहीं है। जदयू के लोग सिर्फ लालू फैमिली पीछे लगे हुए हैं।
जू में छह मोरों की मौत, तेजप्रताप ने कहा-चिड़ियाघर क्यों बंद किया..
वहीं, तेजप्रताप ने राजधानी पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में छह मोरों की मौत ने वन विभाग को सकते में डाल दिया है। कहा जा रहा है कि ये मौतें बर्ड फ्लू की हुईं हैं। इस मामले पर बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी बयान दिया है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिड़ियाघर को बंद क्यों किया गया। बंद करने की बजाए जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए थी। तेज प्रताप ने आशंका जताई कि मोरों की मौत कैसे हुई? क्या उन्हें जहर दिया गया? उन्होंने सरकार से इसकी अबिलंब जांच की मांग की है। साथ ही, तेज ने कहा कि मोर राष्ट्रीय पक्षी है और इस बारे में सरकार को तुरंत ध्यान देना चाहिए।
तेज प्रताप ने कहा कि क्रिसमस का और नए साल के आगमन का समय है। लोग घूमने के लिए चिड़िया घर आते हैं और ऐसे में चिड़ियाघर को क्यों बंद कर दिया गया। सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से डिमांड करता हूं कि तुरंत इस पर कार्रवाई करें और जो दोषी लोग हैं उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।