लालू स्टाइल में तेजप्रताप ने मंच से उड़ाया ड्रोन कैमरा, पूछा-बताओ हवा लग रही है...
शिवहर जिले से तेजप्रताप यादव ने बदलाव यात्रा शुरू करने से पहले मंच पर वो बिल्कुल लालू की नकल करते नजर आए। उन्होंने लोगों को खूब हंसाया वहीं स्वर्णजड़ित शंख फूंका और मुरली भी बजाई।
पटना [काजल]। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बिल्कुल अपने पिता लालू प्रसाद यादव के रंग में नजर आ रहे हैं। भाषण में भी लालू की शैली और लोगों को हंसाने और अपनी ओर आकर्षित करने का तरीका बिल्कुल लालू प्रसाद यादव जैसा ही दिखता है।
अपनी रैली में जिस तरह लालू के लिए भीड़ इकट्ठी होती थी और लालू का भाषण सुनने के लिए समय निकालकर रूक जाते थे। लालू की शैली एेसी थी कि वो जनमानस से जुड़ जाते थे और लोगों को अपनी बातों से हंसा-हंसाकर लोटपोट कर देते थे। ठीक वही अंदाज तेजप्रताप यादव में भी दिखता है। लोग उन्हें देखने मिलने को बेताब दिखते हैं।
बदलाव यात्रा में बदले-बदले दिखे तेजप्रताप
तेजप्रताप ने शुक्रवार को शिवहर के किसान मैदान से अपनी बदलाव यात्रा की शुरुआत की है। तेजप्रताप ने इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में मंच से स्वर्णजड़ित शंख फूंककर शंखनाद किया और अपने भाषण से लोगों का खूब मनोरंजन भी किया।
तेजप्रताप ने चलाया ड्रोन कैमरा और कहा-पंखे की हवा खिला रहे हैं
ड्रोन कैमरा का रिमोट हाथ में लेकर कैमरे को दर्शक दीर्घा में नीचे लाकर कहा कि जनता को पंखे की हवा खिला रहे हैं। फिर कहा कि हमरा जैसन पलटू सल्टू से नहीं उड़ाने आएगा। वक्ताओं को कहा कि कम ही बोलिएगा।संबोधन के बीच शंख एवं बांसुरी भी बजाते हुए कहा कि बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल वाला से नहीं बजेगा। कहा कि हम मूडियल हैं, अबकी बार छक्के छुड़ा देंगे।
तेजप्रताप में दिखा लालू का अक्श
तेजप्रताप भी लालू की ही तरह अपनी खास शैली और लोगों के बीच जाकर उनकी तरह बातें करना भी बखूबी जानते हैं। लोग तेजप्रताप में लालू का अक्श देखने लगे हैं। कभी तो वो सड़क पर रिक्शा चलाने लगते हैं तो कभी लोगों के साथ बैठकर सत्तू खाने लगते हैं तो कभी सरेआम हैंडपंप चलाकर नहाने भी लगते हैं।
सबको सिखा देंगे डिसीप्लीन, समझ जाईए
मंच पर आते ही पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने माइक थाम लिया। महिला नेत्रियों को कुर्सी देने का आदेश दिया। वहीं उमड़ी भीड़ को बैठ जाने का सख्त निर्देश दिया। कहा डिसीप्लीन सिखाने के लिए ही बदलाव यात्रा की शुरुआत की गई है। मंच पर चढ़ने की हुई अफ़रा-तफ़री के बीच कहा सावधान रहिएगा कहीं आरएसएस वाला न घुस जाए।
यही वजह है कि उनके जनता दरबार में लोग अपनी फरियाद लेकर रोज आते थे और तेजप्रताप एक-एक व्यक्ति की समस्या सुनकर तुरंत ही उसके निवारण में लग जाते थे। तेजप्रताप के जनता दरबार में शामिल लोगों का भी यही कहना है कि तेजप्रताप लालू जी की तरह हैं, लोगों की बात बड़े ध्यान से सुनते हैं।
अब चलेगा लालू मूवमेंट
तेजप्रताप यादव ने कहा कि जेपी मूवमेंट के बाद कोई दमदार आंदोलन नहीं हुआ। गरीबों के हमदर्द लालू प्रसाद यादव को साजिशन जेल में बंद किया गया है। उन्हें निकालने के लिए लालू मूवमेंट चलेगा। इससे गरीबों के हक की रक्षा होगी। बीजेपी, आरएसएस एवं बजरंग दल वाले फिर से बहकाने को आएंगे। किसी के झांसे में नहीं आना है।
बिहार का अगला सीएम होगा मेरा अर्जुन भाई तेजस्वी
तेजप्रताप ने कहा कि मैं कृष्ण की भूमिका में हूं और तेजस्वी मेरा अर्जुन है। वही बिहार का अगला मुख्यमंत्री होगा। कहा कि वर्तमान सरकार ने छात्रों, युवा, मजदूर, किसान और महिलाओं के हक की अनदेखी की है। विकास न जाने कहां खो गया है। अपराधी दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे रहे हैं। बिना घूस के कोई भी काम नहीं हो रहा। कानून नाम की कोई चीज नहीं है। ऐसे में जनता बदलाव चाहती है। इसे लक्ष्य कर यहां से बदलाव यात्रा की शुरुआत की गई है।
तेजप्रताप ने लोगों को खूब हंसाया और स्वर्णजडि़त शंख बजाया। कहा कि आज से युद्ध का शंखनाद हो गया। लोगों की मांग पर बांसुरी भी बजाई। कहा कि ये वाद्ययंत्र बीजेपी और आरएसएस वालों से नहीं बजेगा। हम वोट मांगने नहीं, प्रेम का संबंध जोड़ते हैं।
लालू की तरह ही केंद्र और राज्य सरकार पर बोला हमला
लालू की ही शैली में तेजप्रताप ने राज्य और केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि झूठे वायदों की बदौलत कुर्सी पाने वाले ने कुछ नहीं किया। लोगों से आह्वान किया कि ऐसी नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत है। आज से बदलाव शुरू हो गया।
लोगों से पूछा कि राशन, अनाज, चीनी, केरोसिन मिलता है? युवाओं को रोजगार मिला? भीड़ ने ना का शोर मचाया। तेजप्रताप ने कहा कि सड़कें ऐसी हैं कि बारिश में हाथी डूब जाए। मेरी सरकार होगी तो मक्खन जैसी चिकनी सड़कें बनेगी। सबको रोजगार मिलेगा।
जब जनता से संबंध जुड़ जाएगा तो वोट खुद मिलेगा। सबको साथ लेकर चलने का मंत्र दिया। कहा कि मैंने धर्म निरपेक्ष सेवक संघ की स्थापना की है। इसके तहत नारायणी सेना और यदुवंशी सेना जनहित में काम करती है। भीड़ से सरकार बदलने का संकल्प कराया।