नीतीश सरकार के खिलाफ तेजस्वी की साइकिल यात्रा पर लगा ब्रेक, जानिए कारण
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के साइकिल मार्च पर ब्रेक लग गया है। नीतीश सरकार के खिलाफ शुरू इस यात्रा को किस कारण स्थगित करना पड़ा, जानिए इस खबर में।
पटना [जेएनएन]। महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मुद्दे पर राज्य सरकार के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साइकिल मार्च को मौसम ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। घनघोर बारिश और तमाम मुश्किलों के बीच गया से शुरू हुई यात्रा मखदुमपुर तक जैसे-तैसे पहुंची, जहां बीएड कालेज मैदान में सभा भी हुई। इसके बाद यात्रा को स्थगित करना ही बेहतर समझा गया। मौसम विभाग की अगले तीन दिनों तक बारिश की चेतावनी के कारण तेजस्वी समेत साइकिल मार्च में शामिल होने गए तमाम नेता देर रात पटना लौट गए।
खराब मौसम के कारण यात्रा स्थगित
मौसम का मिजाज देखने के बाद ही अब अगले मार्च का कार्यक्रम तय होगा। बारिश के कारण मार्च गया से ही काफी देर से शुरू हुआ। पहले दिन का पड़ाव जहानाबाद में प्रस्तावित था, लेकिन मखदुमपुर पहुंचने के पहले ही रात हो गई। रास्ता साफ नहीं दिखने लगा, जिससे काफिले का आगे बढऩा मुश्किल होने लगा तो यात्रा को स्थगित कर दिया गया।
तय की 35 किमी की दूरी
इसके पहले तेजस्वी ने खुद ही साइकिल चलाकर करीब 35 किमी की दूरी तय की। उनके साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे, भाई वीरेंद्र, भोला यादव, शिवचंद्र राम, इस्लाम शाहीन, विजय प्रकाश, बुलो मंडल, नंदू यादव, रणविजय साहू, अरुण कुमार यादव समेत बड़ी संख्या में राजद के नेता-कार्यकर्ता थे।
तेजस्वी ने कही ये बात
इसके पहले तेजस्वी ने गया से साइकिल मार्च शुरू करते हुए राजग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत बदतर है। मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गया में पिता को बंधक बनाकर पत्नी एवं बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। यह गिरती विधि व्यवस्था को दर्शाता है। राजद के साथ कांग्रेस, हम, वामपंथी, सपा, एनसीपी, बसपा सब एकजुट हैं।
तेजस्वी ने कहा कि केंद्र की मोदी व राज्य की नीतीश सरकार एससी-एसटी कानून को कमजोर कर गरीबों का हक छीनना चाहती है। यह नौबत क्यों आई है? राजद की मांग है कि एससी-एसटी युवाओं पर चल रहे मुकदमे को वापस लिया जाए।