तेजस्वी ने सुशील मोदी पर कसा तंज- चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा
तेजस्वी यादव ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में सुशील मोदी के दिए गए आपत्तिजनक बयान पर ट्वीट कर कहा है कि सुशील मोदी अपनी और नीतीश जी की करतूतें क्यों नहीं बताते?
By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 17 Feb 2018 02:39 PM (IST)Updated: Sat, 17 Feb 2018 11:08 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के दिए आपत्तिजनक बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने ट्वीट कर सुशील मोदी पर हमला बोला है। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सुशील मोदी और उनकी बहन ने सृजन घोटाले का करोड़ो निगल लिया, अपना काला भ्रष्ट्राचार छिपाने के लिए मोदी ने इस मंच का इस्तेमाल किया। चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा है।
तेजस्वी ने लिखा है कि पटना में दागियों के सरगना सुशील मोदी ने 52 देशों के प्रतिनिधियों के सामने बिहार को कलंकित करने का घृणित कृत्य किया है। बिहार के सबसे बड़े फ़ोर ट्वेंटी भाजपाई नेता सुशील मोदी ख़ुद अनेकों मामलों में दाग़ी है। ये सबसे बड़े घोटालेबाज़ है।
अल्प ज्ञानी सुशील मोदी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में यह क्यों नहीं बताया की बिहार के मुख्यमंत्री पर संगीन हत्या का मामला दर्ज है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक जेएनयू के छात्र की थीसिस चुराने के आरोप में सज़ायाफता है। बिहार की मंत्रिपरिषद में 75 फ़ीसदी मंत्री दाग़ी है।
सुशील मोदी ने यह क्यों नहीं बताया कि नीतीश के नेतृत्व में बिहार मे रिकॉर्ड तोड़ 40 घोटाले हुए है? यह क्यों नहीं बताया की उनकी बहन और उन्होंने सृजन घोटाले का करोड़ों निगल लिया। अपना काला भ्रष्टाचार छिपाने के लिए सुशील मोदी ने इस मंच का प्रयोग किया। चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा है।
सुशील मोदी को संसदीय प्रणाली तार-तार करने के लिए माफ़ी माँगनी चाहिए। मुख्यमंत्री से मौनी बाबा बने नीतीश कुमार जी को भी इस घटना पर मुंह खोलना चाहिए कि क्या मजबूरी है कि उन्होंने ऐसे तर्कहीन गालीबाज़ व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री बना रखा है?
तेजस्वी ने लिखा है कि पटना में दागियों के सरगना सुशील मोदी ने 52 देशों के प्रतिनिधियों के सामने बिहार को कलंकित करने का घृणित कृत्य किया है। बिहार के सबसे बड़े फ़ोर ट्वेंटी भाजपाई नेता सुशील मोदी ख़ुद अनेकों मामलों में दाग़ी है। ये सबसे बड़े घोटालेबाज़ है।
अल्प ज्ञानी सुशील मोदी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में यह क्यों नहीं बताया की बिहार के मुख्यमंत्री पर संगीन हत्या का मामला दर्ज है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक जेएनयू के छात्र की थीसिस चुराने के आरोप में सज़ायाफता है। बिहार की मंत्रिपरिषद में 75 फ़ीसदी मंत्री दाग़ी है।
सुशील मोदी ने यह क्यों नहीं बताया कि नीतीश के नेतृत्व में बिहार मे रिकॉर्ड तोड़ 40 घोटाले हुए है? यह क्यों नहीं बताया की उनकी बहन और उन्होंने सृजन घोटाले का करोड़ों निगल लिया। अपना काला भ्रष्टाचार छिपाने के लिए सुशील मोदी ने इस मंच का प्रयोग किया। चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा है।
सुशील मोदी को संसदीय प्रणाली तार-तार करने के लिए माफ़ी माँगनी चाहिए। मुख्यमंत्री से मौनी बाबा बने नीतीश कुमार जी को भी इस घटना पर मुंह खोलना चाहिए कि क्या मजबूरी है कि उन्होंने ऐसे तर्कहीन गालीबाज़ व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री बना रखा है?
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