तेजस्वी ने बंगला विवाद पर लिया बड़ा फैसला, बोले- जारी रहेगा हमारा संघर्ष
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बंगला विवाद पर बड़ा फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें खाली करने काे कहा है। इस खबर में जानें उन्होंने क्या फैसला लिया।
पटना, राज्य ब्यूरो। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बंगला विवाद पर बड़ा फैसला लिया है। वे अब इस लड़ाई को विराम देने के मूड में हैं, लेकिन सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। तेजस्वी ने कहा कि वह कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं और जल्द ही सरकारी बंगला खाली कर देंगे।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष के रूप में राज्य सरकार ने तेजस्वी को दूसरा बंगला आवंटित किया है, लेकिन तेजस्वी महागठबंधन सरकार के दौरान डिप्टी सीएम के रूप में आवंटित बंगले में ही रह रहे हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राज्य सरकार ने तेजस्वी को बंगला खाली करने के लिए एक हफ्ते की मोहलत दी है। माना जा रहा है कि तेजस्वी अपनी बेरोजगारी हटाओ आरक्षण बढ़ाओ यात्रा से लौटने के बाद बंगला खाली कर सकते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मैं नेता प्रतिपक्ष के रूप में अभी भी उसी श्रेणी के बंगले के हकदार हूं। किंतु, हमारी लड़ाई सरकार के मनमाने तरीके के खिलाफ थी। कानूनी लड़ाई मैंने लड़ ली। उन्होंने कहा कि अब आगे राज्य सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पर अवैध तरीके से बंगले रखने का आरोप लगाया और कहा कि मुझे आवंटित आवास उनके बंगले से सटा हुआ है। इस कारण सीएम को स्वीकार नहीं था।
बंगले को लेकर पिछले डेढ़ वर्ष से विवाद चल रहा है। डिप्टी सीएम के पद से हटने के बाद राज्य सरकार ने उन्हें पोलो रोड स्थित एक नंबर बंगले को आवंटित किया है, जिसमें सुशील मोदी नेता प्रतिपक्ष के रूप में रहते आ रहे थे। तेजस्वी को यह मंजूर नहीं था और वह देशरत्न मार्ग स्थित उसी बंगले में रहना चाहते थे, जिसमें वह डिप्टी सीएम के रूप में रह रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह और उनका परिवार कोर्ट के फैसले का सम्मान करते रहे हैं। राज्य सरकार ने तेजस्वी यादव के देशरत्न मार्ग स्थित पांच नंबर बंगले को डिप्टी सीएम और पोलो रोड स्थित एक नंबर बंगले को नेता प्रतिपक्ष के लिए एलॉट कर रखा है।