राज्य ब्यूरो, पटना। उप मुख्यमंत्री एवं पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को बिहार में निर्माणाधीन एनएच की उन परियोजनाओं के बारे में लिखा है, जिनके निर्माण की गति काफी धीमी है।

उप मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से यह अनुरोध किया है कि जिन सड़क परियोजनाओं का वह जिक्र कर रहे हैं, उनके निर्माण की गति को तेज करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया जाए।

महेशखूंट-सहरसा-मधेपुरा-पूर्णिया पथ

अपने पत्र में उन्होंने सबसे पहले महेशखूंट-सहरसा- मघेपुरा-पूर्णिया पथ (एनएच-107) के बारे में लिखा है। कहा कि इस सड़क को दो लेन में विकसित किए जाने का काम 2017 से चल रहा है।

यह सड़क तीन जिला मुख्यालयों को जोड़ती है। दो पैकेज में इस सड़क का निर्माण कार्य काफी धीमा है। रखरखाव भी ठीक ढंग से नहीं हो रहा है।

हाजीपुर-मुजफ्फरपुर पथ का काम एक वर्ष से बंद

केंद्रीय मंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि हाजीपुर-मुजफ्फरपुर पथ (एनएच-77) का निर्माण कार्य 2016 से एनएचएआइ द्वारा कराया जा रहा है।

परंतु भू-अर्जन की कोई समस्या नहीं होने तथा प्रशासनिक सहयोग के बाद भी सड़क का निर्माण कार्य पिछले एक वर्ष से बंद है।

वर्ष 2025 में निर्माण एजेंसी अपने सभी जिम्मेवारी से मुक्त हो जाएगी और संपूर्ण भुगतान के बाद भी निर्माण कार्य अधूरा रह जाएगा।

हाजीपुर-छपरा पथ 12 वर्ष में भी अधूरा

तेजस्वी यादव ने अपने पत्र में कहा है कि हाजीपुर-छपरा पथ (एनएच-19) में किसी तरह के भू-अर्जन की समस्या नहीं है।

इस सड़क की लंबाई 65 किमी है, जिसमें 50 किमी हिस्से का कालीकरण हो गया है। वहीं, 12 वर्ष के बाद भी निर्माण कार्य अधूरा है। मैंटेनेंस  भी ठीक से नहीं हो रहा है। 

पटना-गया-डोभी सड़क की प्रगति 60 प्रतिशत ही

पटना-गया-डोभी पथ (एनएच-83) में भी किसी तरह के भू-अर्जन की समस्या नहीं है। परंतु निर्माण मात्र 60 प्रतिशत ही हो पाया है।

इस सड़क के निर्माण को जनवरी 2023 मे ही पूरा किए जाने का लक्ष्य था। इस प्रोजेक्ट के तहत बन रहे सभी पांच बाइपास के निर्माण की गति धीमी है।

वीरपुर-उदाकिशुनगंज पथ का काम भी सुस्त

तेजस्वी यादव ने वीरपुर-उदाकिशुनगंज (एनएच-106) पथ की जानकारी भी केंद्रीय मंत्री को दी है। इस प्रोजेक्ट के तहत दो आरओबी तथा तीन वृहद पुल का निर्माण कार्य काफी धीमा है।

ऐसे में निकट भविष्य में इस काम के पूरा होने की संभावना काफी कम है।

Edited By: Yogesh Sahu