VIDEO: तेजस्वी ने CM नीतीश को याद दिलाई पुरानी बात, कहा- आप तो कहते थे RSS से बच कर रहना
तेजस्वी यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र में दिए अपने भाषण का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसे हैं। आइए डालते हैं नजर।
पटना [जेएनएन]। बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) व राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संबंध में उनकी पुरानी बातें याद दिलाई हैं। विधानसभा सत्र के दौरान अपने भाषण का वीडियो (Video) ट्वीट करते हुए उन्होंने यह भी लिखा है कि नीतीश कुमार को जनता नहीं, केवल सत्ता से मतलब है।
नीतीश पर लगाया जनमत का सौदा करने का आरोप
अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि नीतीश कुमार सत्ता में बने रहने के लिए जनमत का सौदा करते हैं तथा सिद्धातों को गिरवी रख देते हैं।
India has never seen any egotistical “Deceit Lord” like Nitish Kumar. He cares about power not the people. He pledges by “Conditions put forth to remain in power” not the CONSTITUTION by selling mandate, mortgaging principles & ideology. Therefore, stop misleading Mr. Marketeer! pic.twitter.com/GIxklvlI1e
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 14, 2020
विधानसभा सत्र में दिए भाषण का वीडियो किया शेयर
तेजस्वी ने अपने ट्वीट के साथ विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान दिए अपने भाषण का वीडियो भी शेयर किया है। इसमें तेजस्वी ने नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए सदन में कहा है कि आरएसएस का सारा खेल आप जानते हैं। हमें याद है, जब हम उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) थे और आपके बगल में बैठते थे तब आप कहते थे कि आरएसएस वाले बहुत खतरनाक हैं, इनसे बच कर रहना है। आप हमारा हौसला बढ़ाते थे कि यह लड़ाई बहुत लंबी है। आप कहते थे कि अब तुम लोगों को ही संभालना है। अब ये बातें आप चिराग पासवान (Chirag Paswan) को कहते होंगे और वे बेचारे फंस जाते होंगे।
तेजस्वी ने वीडियो में आगे मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा है कि देश और संविधान (Constitution) को बचाना है। हमें जनहित देखकर काम करना होगा। अब क्या डर है आपको? आपका कार्यकाल तो पूरा हो गया। अब आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए फैसला कीजिए। अगर जरूरत पड़े तो जातिगत गणना के साथ-साथ इस पर भी विशेष सत्र बुला लें।