सुशील मोदी ने कहा-चांद पर नौकरी मिले तो बिहारी वहां भी चले जाएं, तेजस्वी ने दिया ये जवाब
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि चांद पर नौकरी मिले तो बिहारी सबसे पहले पहुंच जाएंगे। उनके बयान पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा-यहां नीतीश जी नौकरी देंगे नहीं..
पटना, जेएनएन। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के उस बयान पर तंज कसा है जिसमें सुशील मोदी ने कहा कि चांद पर भी नौकरी निकले तो बिहारी वहां भी सबसे पहले जाएंगे। इस बयान पर तेजस्वी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि, हां, अब तो बिहार के 7 करोड़ बेरोज़गार युवाओं को नौकरी लेने अब चाँद पर जाना होगा क्योंकि नीतीश जी बिहार में नौकरी नहीं दे सकते।
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि कुर्सीवादी तिकड़मी राजनीति के अलावा ये लोग 15 वर्षों मे कोई रोज़गार सृजन नहीं कर पाए, कोई उद्योग,कंपनी,कारख़ाना,निवेश नहीं ला पाए।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कह रहे है कि बिहार के 7 करोड़ बेरोज़गार युवाओं को नौकरी लेने अब चाँद पर जाना होगा क्योंकि नीतीश जी बिहार में नौकरी नहीं दे सकते।
कुर्सीवादी तिकड़मी राजनीति के अलावा ये 15 वर्षों मे कोई रोज़गार सृजन नहीं कर पाए।कोई उद्योग,कंपनी,कारख़ाना,निवेश नहीं ला पाए। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 29, 2020
तेजस्वी आजकल बिहार में बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकले हैं और इस क्रम में वो शुक्रवार को गया के शेरघाटी में लोगों को संबोधित कर रहे थे। तेजस्वी ने कहा था कि नीतीश जी में इच्छा शक्ति की कमी है।लोग चांद पर जा रहे लेकिन वो बिहार के 7 करोड़ युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रहे है। बिहार की प्रतिभा का पलायन ही नहीं बल्कि पैसा-संसाधन भी बाहर जा रहे है।बिहार में अच्छे स्कूल,कॉलेज, अस्पताल,यूनिवर्सिटी और विश्वस्तरीय बड़े संस्थान खोलने की ज़रूरत है।
अप्रवासी बिहारी सम्मेलन में सुशील मोदी ने कही ये बात
बता दें कि शनिवार को पटना में प्रथम अप्रवासी बिहारी सम्मलेन में शामिल अप्रवासी बिहारियों से सुशील मोदी ने अपील की और कहा कि आप सबको मेडिकल कालेजों के लिए जमीन दान देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बिहार फाउंडेशन से भी जुड़ने की आग्रह किया।
प्रथम अप्रवासी बिहारी सम्मेलन में सुशील मोदी ने कहा कि मॉरीशस की धरती को बिहारियों ने ही आबाद किया है। दूसरे देशों में जाने का मतलब ये नहीं की हमारा राज्य पिछड़ा है। गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों से भी लोग बाहर जाते हैं। आज के जमाने में पलायन को खराब नहीं माना जाता है। उन्होंने कहा कि बिहारियों का अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देशों पर नौकरी करना गर्व की बात है।
पटना में आयोजित प्रथम अप्रवासी बिहारी 'नए भारत का नया बिहार' विषय पर आयोजित सम्मेलन कार्यक्रम का उद्घाटन डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार के स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय भी शामिल हुए।