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नड्डा की स्क्रीनिंग के बाद घोषित होगी संजय जायसवाल की टीम, नीतीश से भी मिलेंगे बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष

जेपी नड्डा भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनने के बाद पहली बार बिहार आ रहे हैं। स्‍वागत की जोरदार तैयारी है। खबर यह भी है कि उनकी स्‍क्रीनिंग के बाद ही बिहार बीजेपी नई टीम गठित होगी।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 04:59 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 10:34 PM (IST)
नड्डा की स्क्रीनिंग के बाद घोषित होगी संजय जायसवाल की टीम, नीतीश से भी मिलेंगे बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष
नड्डा की स्क्रीनिंग के बाद घोषित होगी संजय जायसवाल की टीम, नीतीश से भी मिलेंगे बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष

पटना, रमण शुक्ला। जेपी नड्डा (JP Nadda) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनने के बाद पहली बार बिहार (Bihar) आ रहे हैं। उनके स्‍वागत की जोरदार तैयारी चल रही है। बीजेपी के राजनीतिक गलियारों से आ रही खबर यह भी है कि उनकी स्‍क्रीनिंग के बाद ही बिहार बीजेपी की नई टीम गठित होगी। पटना में अपने दौरे के दौरान जेपी नड्डा बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से भी मुलाकात करेंगे।

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22 फरवरी को है कोर कमेटी की बैठक

दरअसल, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल की टीम 22 फरवरी के बाद घोषित होगी। इससे पूर्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश कार्यकारिणी की सूची की शनिवार की शाम आला नेताओं के साथ स्क्रीनिंग करेंगे। 22 फरवरी की शाम कोर कमेटी की बैठक होगी। इसके बाद नड्डा का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलने का कार्यक्रम है। उसी दिन नड्डा वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से बीजेपी के 11 जिला कार्यालयों का उद्घाटन करेंगे।

22 दिसंबर को पद पर काबिज हुए थे जायसवाल

पिछले साल 22 दिसंबर को संजय जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। हालांकि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सितंबर में ही जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत कर दिया था। इसके बाद से ही पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से लेकर नेताओं तक को प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होने का बेसब्री से इंतजार है। 

कार्यकर्ताओं की नजर कार्यकारिणी से लेकर अन्‍य इकाई पर 

इसके पीछे वजह यह है कि पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं की नजर प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा फ्रंटल संगठनों जैसे भाजयुमो, पिछड़ा वर्ग मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा से लेकर विभाग, प्रकल्प और प्रकोष्ठ के संयोजक जैसे पदों पर टिकी है। पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों को जनता के बीच पहुंचाने में मोर्चा, प्रकल्प, विभाग और प्रकोष्ठ से लेकर आनुषांगिक संगठन बेहद कारगर साबित होते हैं। पार्टी इन संगठनों के जरिए वरिष्ठ नेताओं को सक्रिय रखने का प्रयास करती है। 

 पार्टी के रणनीतिकारों की बढ़ गई है मशक्‍कत

चुनावी वर्ष होने की वजह से पार्टी के रणनीतिकारों की मशक्कत बढ़ गई है। प्रदेश और देश में पार्टी की सरकार होने से कार्यकर्ताओं की अपेक्षाएं बढ़ी हैं। हर दूसरा कार्यकर्ता संगठन में पदधारक बनने के लिए तिकड़म लगा रहा है। भाजपा की बूथ स्तरीय कार्यकारिणी में 19 व मंडल में 61 पद हैं। जिले में 91 सदस्यीय कार्यकारिणी है। वहीं, प्रदेश संगठन में पदाधिकारियों के 105 पद हैं।


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