थोड़ा इंतजार का मीठापुर-यारपुर फ्लाई ओवर का लीजिए मजा
राजधानी पटना के मीठापुर यारपुर ओवरब्रिज पर अगस्त माह से यातायात सुगम हो सकेगा।
पटना [जेएनएन]। राजधानी पटना की सड़कों पर ब्रिज का जाल बिछ गया है। सरकार और प्रशासन का एक ही मकसद है लोगों जाम से मु्क्ति मिले और लोग कम समय में बिना किसी मुश्किल के अपना सफर तय कर सकें। इसके लिए राज्य सरकार ने पटना के मुख्य सड़कों पर ओवर ब्रिज बना दिया है। इस ब्रीज की श्रृंखला में एक मीठापुर-यारपुर फ्लाईओवर को पूरा होने में अभी थोड़ा समय लगेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि यह ब्रिज अगस्त के पहले पूरा हो जाएगा और इस ब्रिज पर अगस्त माह से यातायात सुगम हो जाएगा। फिर भी मीठापुर-यारपुर फ्लाईओवर पर फर्राटा भरने के लिए के लिए लोगों को इसका इंतजार करना पड़ेगा। वैसे तो इस पुल को 31 मार्च तक इसका निर्माण पूरा कर लेने का लक्ष्य था, लेकिन अभी कई अड़चने हैं। गया गुमटी के पास रेलवे लाइन के ऊपर ब्रिज बनाने की रेल प्रबंधन से अनुमति मिलना बाकी है। इरकॉन के अधिकारियों की मानें तो 30 जून तक फ्लाईओवर के निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। सिर्फ रेलवे लाइन के ऊपर ब्रिज निर्माण का कार्य शेष रह जाएगा। उसे भी हरहाल में 15 अगस्त तक पूरा कर फ्लाईओवर जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
गुमटी के बाद सकरी सड़क पर गटर चढ़ाने में परेशानियां हो रहा है। हालांकि गटर चढ़ाने का कार्य अब मात्र मात्र एक स्पैन में रह गया है। रेलवे लाइन के ऊपर भाग के लिए गटर के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। दो लेन के फ्लाईओवर से कंकड़बाग की तरफ से यारपुर ब्रिज होते हुए विधानसभा तक आना आसान हो जाएगा। मीठापुर ब्रिज से गया गुमटी होते हुए मीठापुर मोहल्ले के बीचोबीच इस फ्लाइओवर का निर्माण हो रहा है। मीठापुर ब्रिज का शुभारंभ सितंबर 2012 में हुआ था। बुद्ध मार्ग, ऑर. ब्लाक और करबिगहिया यानी तीन तरफ ब्रिज की शाखाएं हैं। 180 करोड़ की योजना है। पांच शाखाओं में चौथी शाखा तैयार होने जा रही है। उसी समय यह ब्रिज भी तैयार होना था। हालांकि जमीन के विवाद में मामला फंस गया था। निर्माण पूरा होने पर चितकोहरा और गर्दनीबाग की ओर से इस ब्रिज से कंकड़बाग की तरफ जाना आसान हो जाएगा। पुल तैयार होने से मीठापुर मोहल्ले की स्थिति में सुधार आएगा। फिलहाल मीठापुर मंडी की तरफ से आना-जाना मुश्किल हो गया है। मीठापुर से गया गुमटी होते हुए ब्रिज की एक ब्रांच पुनपुन की तरफ जाने के लिए बनी हुई है। इसे सड़क से मिलाया नहीं जा सका है। निजी जमीन के कारण मामला उच्च न्यायालय में चल रहा है। अब तक अधूरा कार्य रुका है।