सुशील मोदी का बड़ा बयान: नक्सल उग्रवाद के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए उसकी नीतियों को नक्सलवाद के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने और क्या-क्या कहा, जानने के लिए पढ़ें खबर।
By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 05 Mar 2018 07:35 PM (IST)Updated: Tue, 06 Mar 2018 03:05 PM (IST)
style="text-align: justify;">पटना [जेएनएन]। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उनके अनुसार कांग्रेस ने देश में नक्सली उग्रवाद को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा से वामपंथियों के सफाया पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश का बयान उनकी हताशा को जाहिर करता है। सुशील मोदी ने शराबबंदी केा विफल करार देने वालों को भी आड़े हाथों लिया।
सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जिन वामपंथियों ने 1962 में नेहरू का साथ देने के बजाय चीनी आक्रमण का समर्थन किया था और जवाहरलाल नेहरू विवि (जेएनयू) समेत देश के कई विश्वविद्यालयों में पृथकतावादी ताकतों को बढ़ावा देकर राष्ट्रीयता की भावना को चोट पहुंचाई, उनकी त्रिपुरा से विदाई पर जयराम रमेश का विलाप कांग्रेस की हताशा जाहिर करता है। वामपंथियों से कांग्रेस की हमदर्दी के चलते ही बिहार सहित छह राज्यों में नक्सली उग्रवाद बढ़ा।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा, 'दो दिन बाद ही सही, राहुल गांधी ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में भाजपा की शानदार सफलता और कांग्रेस की पराजय स्वीकार करते हुए उत्तर प्रदेश के संसदीय उपचुनाव में सपा-बसपा को बिना मांगे समर्थन देने की घोषणा कर दी। बिहार में चार विधान पार्षदों के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ गईं।' उन्होंने लिखा है कि लालू-मुलायम के वोट बैंक देख कर उनके भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदना राहुल को महंगा पड़ेगा।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा कि शराबबंदी की सफलता से सड़क दुर्घटनाओं में 20 फीसद की कमी हुई, दही-पनीर जैसे दुग्ध उत्पाद की खपत 400 फीसद तक बढ़ने से पशुपालकों की आमदनी बढ़ी और अब 58 फीसद महिलाएं खुशहाल महसूस कर रही हैं। शराबखोरी से पीड़ित सभी परिवारों की कुल सालाना बचत 5280 करोड़ रुपये तक हो गई। उन्होंने लिखा कि शराब माफिया की तरफदारी करने वालों को ये बदलाव दिखायी नहीं देते।
सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जिन वामपंथियों ने 1962 में नेहरू का साथ देने के बजाय चीनी आक्रमण का समर्थन किया था और जवाहरलाल नेहरू विवि (जेएनयू) समेत देश के कई विश्वविद्यालयों में पृथकतावादी ताकतों को बढ़ावा देकर राष्ट्रीयता की भावना को चोट पहुंचाई, उनकी त्रिपुरा से विदाई पर जयराम रमेश का विलाप कांग्रेस की हताशा जाहिर करता है। वामपंथियों से कांग्रेस की हमदर्दी के चलते ही बिहार सहित छह राज्यों में नक्सली उग्रवाद बढ़ा।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा, 'दो दिन बाद ही सही, राहुल गांधी ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में भाजपा की शानदार सफलता और कांग्रेस की पराजय स्वीकार करते हुए उत्तर प्रदेश के संसदीय उपचुनाव में सपा-बसपा को बिना मांगे समर्थन देने की घोषणा कर दी। बिहार में चार विधान पार्षदों के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ गईं।' उन्होंने लिखा है कि लालू-मुलायम के वोट बैंक देख कर उनके भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदना राहुल को महंगा पड़ेगा।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा कि शराबबंदी की सफलता से सड़क दुर्घटनाओं में 20 फीसद की कमी हुई, दही-पनीर जैसे दुग्ध उत्पाद की खपत 400 फीसद तक बढ़ने से पशुपालकों की आमदनी बढ़ी और अब 58 फीसद महिलाएं खुशहाल महसूस कर रही हैं। शराबखोरी से पीड़ित सभी परिवारों की कुल सालाना बचत 5280 करोड़ रुपये तक हो गई। उन्होंने लिखा कि शराब माफिया की तरफदारी करने वालों को ये बदलाव दिखायी नहीं देते।
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