सुशील मोदी बोले- मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे नीतीश कुमार, बीजेपी के निर्णय को लेकर कही बड़ी बात
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय बीजेपी ने खुद लिया था। उन्हें सीएम बनाने को लेकर एनडीए के सभी दलों ने आग्रह किया था।
पटना, जेएनएन। राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर नीतीश कुमार से दोस्ती निभाई है। एक दिन पहले जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर दिए गए नीतीश कुमार के बयान पर अपनी राय दी है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय बीजेपी ने खुद लिया था। उन्हें सीएम बनाने को लेकर एनडीए के सभी दलों ने आग्रह किया था।
बिहार में नहीं पड़ेगा अरुणाचल का असर
इसके साथ ही सुशील मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू विधायकों की टूट पर भी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल मामले का असर बिहार में नहीं पड़ेगा। बिहार में बीजेपी और जदयू का गठबंधन अटूट है, एनडीए सरकार अपने पांच साल पूरा करेगी। सुशील मोदी ने कहा कि 17वीं विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद नीतीश मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन हम लोगों ने उनके (नीतीश कुमार के) विजन पर चुनाव लड़ा। अंत में सभी सहयोगी दलों की राय से नीतीश कुमार को बिहार की कमान सौंपी गई। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए का गठबंधन मजबूत है, यहां सरकार पांच साल तक अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
जेडीयू और बीजेपी में नहीं कोई मनमुटाव
एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। आरसीपी सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने जाने को लेकर राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि उनके आने से पार्टी के नेतृत्व को मजबूती मिलेगी। गौरतलब है कि रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री पद का संदर्भ लेते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि मुझे पद की कोई चाहत नहीं। नीतीश ने कहा था कि चुनाव परिणाम आने के बाद मैंने अपनी यह इच्छा गठबंधन के समक्ष जाहिर भी कर दी थी, लेकिन दबाव इतना था कि मुझे फिर से काम संभालना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्वार्थ के लिए काम नहीं करते। आज तक हमने कभी किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया।
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