सुशील मोदी ने बताया- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कर रहे हैं ये काम
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उत्पादन लागत कम करके सरकार किसानों की आमदनी दोगुना करेगी। को-ऑपरेटिव फेडरेशन का गठन कर उत्पादकों को सब्जी बाजार व संरक्षण की सुविधा दी जाएगी।
पटना [राज्य ब्यूरो]। उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उत्पादन लागत कम करके सरकार किसानों की आमदनी दोगुना करेगी। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में खेती के लिए बिजली का अलग फीडर तैयार हो जाएगा। रैयतों के मालिकाना हक बरकरार रखते हुए गैररैयत (बटाईदार) किसानों को भी बैंक ऋण व सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्य सचिवालय सभागार में कृषि, सहकारिता, पशु, मत्स्य व मुर्गी पालक किसानों की बजट पूर्व बैठक को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य के पांच जिलों में दूध की तर्ज पर सब्जी के लिए को-ऑपरेटिव फेडरेशन का गठन कर सब्जी उत्पादकों को बाजार व संरक्षण की सुविधा दी जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 12 विभागों को मिला कर बने तीसरे कृषि रोड मैप में 2022 तक 1.54 लाख करोड़ खर्च करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ा है। किसानों को केन्द्र व राज्य सरकार मात्र 3 प्रतिशत की ब्याज दर पर कर्ज उपलब्ध करा रही है। समय पर कर्ज लौटा कर किसान 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान का लाभ ले सकते हैं।
मोदी ने बताया कि बैठक में आए प्रतिनिधियों ने कृषि यंत्रों पर अनुदान बढ़ाने, ट्रैक्टर को कृषि उपकरण में शामिल करने, जलकर व तालाबों को अतिक्रमण मुक्त व उड़ाही कराने, गुणवत्तापूर्ण बीज की उपलब्धता के लिए बीज प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने, सिंचाई के लिए सोलर पम्प उपलब्ध कराने, नेपाल व बांग्लादेश में प्याज के निर्यात को बढ़ावा देने, औषधीय व सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा देने, नौजवानों को कृषि की ओर आकर्षित करने तथा कृषि, डेयरी, मछली और मुर्गी पालन के क्षेत्र में सशुल्क प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया।
मोदी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई को मछुआरा दिवस का आयोजन किया जाएगा। 13 फरवरी को कृषि वानिकी पर राज्यस्तरीय सम्मेलन का पटना के बापू भवन में आयोजन होगा जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगे। मछली व मुर्गी पालक किसानों का भी एक दिन का अलग-अलग सम्मेलन कर उनसे विचार-विमर्श किया जाएगा।